अपना दल (एस) हमेशा से जातीय जनगणना का पक्षधर : अनुप्रिया पटेल बोलीं- कांग्रेस और सपा का नया-नया प्रेम

UPT | Anupriya Patel

Oct 02, 2024 18:55

अनुप्रिया पटेल ने कहा कि विपक्ष के साथियों के लिए ये नया मुद्दा हो सकता है, क्योंकि जब वह सरकार में रहे तब उन्होंने इसे लेकर कदम नहीं उठाया। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने जातीय जनगणना को लेकर कदम नहीं उठाया। समाजवादी पार्टी चाहती तो अपनी सरकार में यूपी में जातीय जनगणना करा सकती थी, जिस तरह से बिहार सरकार ने ये काम किया।

Lucknow News : अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने जातीय जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि देश में जल्द ही जनगणना होने जा रही है। हमारी मांग है कि जातीय जनगणना भी कराई जाए। उन्होंने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के जातीय जनगणना का समर्थन करने और इसे लेकर एनडीए सरकार पर हमला बोलने पर भी पलटवार किया और कहा कि इनका ये नया नया प्रेम है।

जातीय जनगणना पर एनडीए के नेताओं से की बात
चारबाग स्थित रविंद्रालय प्रेक्षागृह में पार्टी की मासिक बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जाति जनगणना की बात नई नहीं है। हमने हमेशा इसकी बात कही है। हमारी पार्टी हमेशा से जातीय जनगणना की वकालत करती आई है। हमारी पार्टी का स्पष्ट मत है कि जाति जनगणना कराई जानी चाहिए। इसे लेकर हम एनडीए की लीडरशिप को बता चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमारे लिए ये नया मुद्दा नहीं है। मैने व्यक्तिगत रूप से संसद में इसे लेकर आवाज उठाई है, इसके रिकॉर्ड देखे जा सकते हैं।



सपा अपनी सरकार में करा सकती थी जातीय जनगणना
अनुप्रिया पटेल ने इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के साथियों के लिए ये नया मुद्दा हो सकता है, क्योंकि जब वह सरकार में रहे तब उन्होंने इसे लेकर कदम नहीं उठाया। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने जातीय जनगणना को लेकर कदम नहीं उठाया। समाजवादी पार्टी चाहती तो अपनी सरकार में यूपी में जातीय जनगणना करा सकती थी, जिस तरह से बिहार सरकार ने ये काम किया। लेकिन, सपा ने ऐसा कुछ नहीं किया। इसलिए उनके लिए ये नया-नया प्रेम हो सकता है। लेकिन, अपना दल हमेशा से इस मुद्दे को उठाता आया है।

शिक्षक भर्ती में आरक्षित अभ्यर्थियों के साथ हो न्याय 
केंद्रीय मंत्री ने 69000 हजार शिक्षक भर्ती मामले में आरक्षित अभ्यर्थियों के मामले पर कहा कि हम सिर्फ अभी से नहीं, बल्कि जब ये भर्ती की गई थी, तब से चार साल से कहते आ रहे हैं। हमने एनडीए गठबंधन के नेताओं के सामने इस विषय को नियमित रूप से उठाया। इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के मुखिया के सामने उठाया। अपना दल लगातार इस बात को कहता रहा कि सरकार को इस मामले का हल करना चाहिए, क्योंकि इसमें आरक्षण के नियमों की अवहेलना हुई थी और जो हमारे पिछड़ा दलित समाज के अभ्यर्थी हैं, उनके साथ अन्याय हुआ था। आज भी हम इस पर काम हैं कि इन अभ्यर्थियों के साथ न्याय होना चाहिए।

उपचुनाव में एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में लगाएंगे जोर
उन्होंने प्रदेश में विधानसभा की 10 रिक्त सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कहा कि एनडीए का उम्मीदवार जिस भी सीट पर खड़ा होगा, अपना दल उसकी जीत सुनिश्चित करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाएगा। हम सभी 10 सीटों को जीतने की पुरजोर कोशिश करेंगे।

संगठन में नेताओं को सौंपी गई जिम्मेदारी
इससे पहले अपना दल (एस) बैठक में अनुप्रिया पटेल ने संगठन की मजबूती, आगामी चुनावों की तैयारी और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर विशेष ध्यान देने की बात भी प्रमुखता से रखी। इस दौरान संगठन को और मजबूत बनाने, आगामी चुनावों की तैयारियों पर चर्चा और जनता से जुड़े मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में पार्टी के विभिन्न संगठनों के प्रदेश अध्यक्षों की भी घोषणा की गई। अनुप्रिया पटेल ने पार्टी के नवनियुक्त पदाधिकारियों को बधाई देते हुए आगामी संगठनात्मक कार्यक्रमों की सफलता के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।

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