दुष्कर्म पीड़ित किशोरी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सोमवार को अयोध्या से लखनऊ रेफर किया गया था। क्वीन मेरी अस्पताल में डॉ. सुजाता देव के नेतृत्व में चिकित्सकों की एक टीम उसकी पूरी निगरानी कर रही है। बच्ची के पेट में 12 सप्ताह का भ्रूण पल रहा था। ऐसे में चिकित्सकों ने प्राथमिक जांच के बाद उसका गर्भपात कराने का निर्णय किया।