Lucknow News : बलरामपुर अस्पताल में वार्ड आया के इंजेक्शन से बच्चे की मौत-बर्खास्त, नर्स समेत तीन कर्मचारी निलंबित

UPT | बलरामपुर अस्पताल

Nov 15, 2024 11:12

अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए फौरन कदम उठाए गए हैं। वार्ड आया को बर्खास्त और स्टाफ नर्स समेत तीन कर्मचारियों को निलंबित किया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्रवाई तय की जाएगी।

Lucknow News : शहर के प्रमुख बलरामपुर अस्पताल में डेंगू पीड़ित 12 वर्षीय बच्चे की इलाज में लापरवाही से मौत हो गई। आरोप है कि बच्चे को वार्ड की आया ने इंजेक्शन लगाया, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई और कुछ देर बाद उसकी मौत हो गई। घटना से नाराज परिजनों ने जमकर हंगामा किया।

बच्चे की बिगड़ी हालत और मौत
मड़ियांव के प्रीतिनगर निवासी इश्तियाक के बेटे जैद को एक सप्ताह से तेज बुखार था। मंगलवार को उसकी तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने बलरामपुर अस्पताल में ओपीडी से जांच कराई, जहां उसे बाल रोग विभाग में भर्ती कर लिया गया। जांच में जैद को डेंगू की पुष्टि हुई।



आया पर इंजेक्शन लगाने का आरोप, चंद घंटे में मौत
इश्तियाक ने बताया कि गुरुवार को वार्ड में तैनात आया ने उनके बेटे को इंजेक्शन लगाया। इस दौरान स्टाफ नर्स भी वार्ड में मौजूद थी। इंजेक्शन देने के कुछ मिनट बाद जैद की हालत खराब हो गई। जब नर्स को इस बारे में सूचित किया गया, तो आया ने कहा कि बच्चा नौटंकी कर रहा है। हालत बिगड़ने पर बच्चे को आईसीयू में वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया, लेकिन तीन घंटे बाद उसकी मौत हो गई। इस घटना से परिजन बेहद आक्रोशित हो गए और अस्पताल परिसर में हंगामा करने लगे।

जांच कमेटी गठित
घटना की सूचना मिलने पर अस्पताल निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण ने कार्रवाई करते हुए संविदा पर कार्यरत वार्ड आया को तत्काल बर्खास्त कर दिया। साथ ही, ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स समेत तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन ने घटना की जांच के लिए एक विशेष कमेटी गठित की है। निदेशक ने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने अस्पताल में लापरवाही के मुद्दे को उजागर किया है और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई
हंगामे को देखते हुए वजीरगंज कोतवाली की पुलिस को बुलाया गया। पुलिस ने परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर उन्हें शांत कराया। अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए फौरन कदम उठाए गए हैं। वार्ड आया को बर्खास्त और स्टाफ नर्स समेत तीन कर्मचारियों को निलंबित किया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर अगली कार्रवाई तय की जाएगी।
 

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