अमृत योजना : जल निगम को पालिका का अल्टीमेटम, 15 सड़कों की मरम्मत को लेकर नोटिस जारी

UPT | Symbolic Image

Nov 15, 2024 12:48

अमृत योजना के तहत शहर में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए काम कर रहे जल निगम और नगर पालिका के बीच अब विवाद गहरा गया है। नगर पालिका ने जल निगम को नोटिस जारी कर चेतावनी दी है...

Unnao News : अमृत योजना के तहत शहर में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए काम कर रहे जल निगम और नगर पालिका के बीच अब विवाद गहरा गया है। नगर पालिका ने जल निगम को नोटिस जारी कर चेतावनी दी है कि अगर शहर में खोदी गईं सड़कों की मरम्मत नहीं की गई तो भविष्य में जल निगम को सड़कें खोदने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह विवाद खास तौर पर उन सड़कों को लेकर है जो पाइपलाइन डालने के दौरान जर्जर हो गईं हैं और अब शहरवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

पाइपलाइन बिछाने से सड़कों की स्थिति हुई खराब
अमृत योजना के तहत शुद्ध पेयजल की आपूर्ति के लिए वर्ष 2018 में केंद्र सरकार ने शहर में पाइपलाइन बिछाने का कार्य शुरू किया था। इस योजना के पहले चरण में 30,298 घरों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए लगभग 264 करोड़ रुपये की योजना बनाई गई थी। हालांकि इस योजना को शुरू हुए पांच साल से ज्यादा समय हो चुका है और इस दौरान समय सीमा कई बार बढ़ाई गई है। पाइपलाइन बिछाने के कारण शहर की सड़कों का बहुत हिस्सा खंडित हो चुका है, लेकिन मरम्मत का काम अब तक पूरा नहीं हो सका है। इन सड़कों की स्थिति इतनी खराब हो गई है कि लोग आवागमन में परेशानी का सामना कर रहे हैं। खासकर मोहल्ला पीडी नगर, शाहगंज, कमला भवन बस्ती, आदर्शनगर, प्रयागनारायण खेड़ा, लोकनगर जैसे इलाकों में स्थिति गंभीर है।

137 रास्तों की खराब हालत
नगर पालिका के अधिकारियों के मुताबिक शहर में कुल 137 सड़कों की स्थिति अब बहुत खराब हो चुकी है। जिनमें से 15 प्रमुख सड़कों की मरम्मत की आवश्यकता अधिक है। इन 15 सड़कों की हालत सबसे ज्यादा खराब है और इन्हें तत्काल मरम्मत की जरूरत है। इन सड़कों को सुधारने पर करीब 5 करोड़ रुपये का खर्चा आ सकता है। इस खर्च को लेकर नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि जल निगम टालमटोल कर रहा है।

नगर पालिका की सख्त चेतावनी
नगर पालिका ने जल निगम को इन सड़कों की मरम्मत को लेकर सख्त चेतावनी दी है। नगर पालिका के अधिकारियों का कहना है कि यदि जल निगम इन सड़कों की मरम्मत मानक अनुरूप नहीं कराता है तो भविष्य में जल निगम को किसी भी सड़क की खोदाई की अनुमति नहीं दी जाएगी। नगर पालिका ने जल निगम को नोटिस जारी करते हुए कहा कि इन सड़कों की जल्द मरम्मत की जाए ताकि लोगों को राहत मिल सके। हालांकि, जल निगम ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। जल निगम के अधिकारियों का कहना है कि सड़कें खंडित होने का कारण मुख्य रूप से पिछले वर्षों में निर्माण एजेंसी द्वारा काम में लापरवाही है। पाइपलाइन बिछाने के बाद सड़कों की मरम्मत औपचारिकता के तौर पर की गई थी लेकिन उस मरम्मत का प्रभावी परिणाम नहीं मिला। 

Also Read