Lucknow News : शेयर ट्रेडिंग के नाम पर बड़ा साइबर फ्रॉड, दो लोगों से 1.06 करोड़ की ठगी, केस दर्ज

UPT | प्रतीकात्मक तस्वीर

Jan 17, 2025 19:54

धर्मवीर ने रुपये ट्रांसफर नहीं होने की शिकायत की, तो ग्रुप के एडमिन ने उनसे और रुपये जमा करने की बात कही। इसी बीच, उन्हें फॉयर प्रो एक नामक दूसरे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का सुझाव दिया गया। इस प्लेटफॉर्म के जरिए उनसे अतिरिक्त 12 लाख रुपये ठग लिए गए। दोनों प्लेटफॉर्म्स पर रकम जमा करने के बाद, धर्मवीर को व्हाट्सएप और अन्य ग्रुप से ब्लॉक कर दिया गया।

Lucknow News : शहर में साइबर ठगों ने शेयर ट्रेडिंग में निवेश का झांसा देकर दो व्यक्तियों से लगभग एक करोड़ रुपये ठग लिए। पीड़ितों ने साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज कराया है। ठगी की यह घटना ऑनलाइन ट्रेडिंग एप्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए अंजाम दी गई।

फेसबुक से शुरू हुई ठगी की कहानी
सरोजनीनगर के निवासी धर्मवीर रावत पेशे से व्यापारी हैं। वह अपने फेसबुक एकाउंट पर शेयर ट्रेडिंग एप का लिंक देखकर उसमें रुचि लेने लगे। लिंक पर क्लिक करने के बाद उन्हें जीरोधा ट्रेडिंग सर्किल नामक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप का एडमिन रितिका नाम की महिला थी। ग्रुप में ओवर द काउंटर ट्रेडिंग के जरिए मुनाफा कमाने का लालच दिया गया। धर्मवीर ने ग्रुप में बताए गए निर्देशों के अनुसार 29 अक्तूबर से 11 नवंबर तक टुकड़ों में लगभग 80 लाख रुपये जमा किए। एप पर उन्हें दिखाया गया कि उनकी जमा रकम पर अच्छा मुनाफा हुआ है। लेकिन, जब उन्होंने अपने रुपये निकालने के लिए रिक्वेस्ट भेजी, तो उनके खाते में रुपये ट्रांसफर नहीं हुए।



रकम हड़पने के बाद ग्रुप से किया गया ब्लॉक
जब धर्मवीर ने रुपये ट्रांसफर नहीं होने की शिकायत की, तो ग्रुप के एडमिन ने उनसे और रुपये जमा करने की बात कही। इसी बीच, उन्हें फॉयर प्रो एक नामक दूसरे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का सुझाव दिया गया। इस प्लेटफॉर्म के जरिए उनसे अतिरिक्त 12 लाख रुपये ठग लिए गए। दोनों प्लेटफॉर्म्स पर रकम जमा करने के बाद, धर्मवीर को व्हाट्सएप और अन्य ग्रुप से ब्लॉक कर दिया गया। इसके बाद उन्हें महसूस हुआ कि वे साइबर ठगी के शिकार हो चुके हैं।

टेलीग्राम चैनल के जरिए ठगी : मुनाफे के लालच में फंसे सचिन कश्यप
दूसरी घटना सआदतगंज निवासी सचिन कश्यप के साथ हुई। उनके व्हाट्सएप पर 25 नवंबर को देवयानी इंटरनेशनल नामक एक कंपनी से मैसेज आया। उन्हें एक टेलीग्राम चैनल में जोड़कर निवेश के लिए प्रेरित किया गया। सचिन ने टेलीग्राम चैनल पर बताए गए निर्देशों के अनुसार 14 लाख रुपये निवेश किए। उन्हें मुनाफा मिलने का वादा किया गया था, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। रुपये ट्रांसफर करने के बाद, उन्हें भी चैनल से हटा दिया गया।

साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज
धर्मवीर रावत और सचिन कश्यप दोनों ने ठगी की शिकायत लखनऊ साइबर क्राइम थाने में दर्ज कराई। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है।
साइबर ठगी से बचने के सुझाव-
  • किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
  • सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर आने वाले वित्तीय निवेश के विज्ञापनों से सतर्क रहें।
  • किसी भी वित्तीय लेन-देन से पहले संबंधित कंपनी की प्रामाणिकता की जांच करें।
  • अपने बैंक खाते की जानकारी किसी अनजान व्यक्ति या ग्रुप के साथ साझा न करें।

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