रायबरेली में गिरोह का भंडाफोड़ : फर्जी कागजात के जरिए लोगों को ऐसे बनाते थे शिकार

UPT | पकड़े गए गिरोह के सदस्य

Jan 17, 2025 19:06

डलमऊ पुलिस ने एसटीएफ लखनऊ के साथ मिलकर एक शातिर धोखाधड़ी गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह लोगों से मोबाइल वाईफाई टावर लगाने के नाम पर धोखाधड़ी करता था...

Raebareli News : डलमऊ पुलिस ने एसटीएफ लखनऊ के साथ मिलकर एक शातिर धोखाधड़ी गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह लोगों से मोबाइल वाईफाई टावर लगाने के नाम पर धोखाधड़ी करता था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।

वाई-फाई टावर लगाने के नाम पर करते थे ठगी
डलमऊ क्षेत्राधिकारी अरुण नौहार ने जानकारी दी कि पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे पहले गांवों के प्रधानों और अन्य संभ्रांत व्यक्तियों से संपर्क करते थे और उन्हें वाईफाई टावर लगाने के नाम पर 16,000 रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क के तौर पर अपने खाते में ट्रांसफर करवा लेते थे। इसके बाद ये लोग रिलायंस, जिओ, बीएसएनएल जैसी कंपनियों से फर्जी कंफर्मेशन लेटर तैयार कर दिखाते थे और शिकार किए गए व्यक्तियों से यह कहते थे कि कंपनी द्वारा 20 लाख रुपये पास किए जाएंगे।



शक होने पर बदल देते सिम कार्ड
इस प्रक्रिया में आरोपियों ने कई लोगों से पैसे ट्रांसफर करवाए और जब किसी व्यक्ति को शक होता था तो वे सिम कार्ड तोड़कर फेंक देते थे। यह गिरोह सड़क किनारे सिम बेचने वालों से ज्यादा पैसे देकर फर्जी पहचान पत्रों से सिम प्राप्त करता था।

पुलिस ने यह सामान किया बरामद
गिरफ्तार आरोपियों में सुनील श्रीवास्तव, अजय कुमार सिंह, अतिउल्लाह अंसारी, पदम नाथ दुबे (गांव तेंदूबारी, थाना गौरी बाजार, जनपद देवरिया) और गंगेश्वर पांडे उर्फ गोलू पांडे (गांव सेमरा, थाना कसैया, जनपद कुशीनगर) शामिल हैं। इस गिरोह के दो अन्य सदस्य निरंकार सिंह और उसका भाई रोहित सिंह भी शामिल थे। पुलिस ने इनके पास से एक हुंडई क्रेटा कार, विभिन्न कंपनियों के कागज, मोहर, 13 हजार रुपये की नकदी, मोबाइल, सिम और अन्य फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए हैं।

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