UP News : केंद्रीय विश्वविद्यालय बीबीएयू के 12 शिक्षक विश्व के टॉप 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों में शामिल

UPT | बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय।

Sep 18, 2024 17:49

बीबीएयू के कुलपति प्रोफेसर एन.एम.पी. वर्मा ने इस सफलता पर सभी शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए इसे विश्वविद्यालय के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण बताया। उन्होंने कहा, यह उपलब्धि शिक्षकों की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है।

Lucknow News :  बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) के 12 शिक्षकों ने एक अद्वितीय उपलब्धि हासिल करते हुए विश्व के टॉप 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की प्रतिष्ठित सूची में अपना स्थान बनाया है। यह सूची हर वर्ष अमेरिका के स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय प्रकाशित करती है, जिसमें वैज्ञानिकों का चयन उनके शोध कार्यों की गुणवत्ता, प्रकाशनों की संख्या और उनके शोधपत्रों को मिलने वाले साईटेशन के आधार पर किया जाता है। इस सूची को स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रख्यात प्रोफेसर जॉन आयोनिडिस के नेतृत्व में विशेषज्ञों की एक टीम तैयार करती है और इसे एल्सेवियर बी.वी. द्वारा प्रकाशित किया जाता है। इस वर्ष की सूची में बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के 12 शिक्षकों का नाम शामिल होना विश्वविद्यालय और देश दोनों के लिए गर्व की बात है।

शिक्षकों की कड़ी मेहनत का परिणाम  
बीबीएयू के कुलपति प्रोफेसर एन.एम.पी. वर्मा ने इस सफलता पर सभी शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए इसे विश्वविद्यालय के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण बताया। उन्होंने कहा, यह उपलब्धि न केवल शिक्षकों की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है, बल्कि यह विश्वविद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।



वैश्विक मान्यता प्राप्त शिक्षकों के नाम और उनकी रैंक- 
  • प्रो. नवीन कुमार अरोरा (रैंक-20,605, क्षेत्र- इनेबलिंग और स्ट्रैटेजिक टैक्नोलॉजीज)
  • प्रो. राम नरेश भार्गव (रैंक-26,140, क्षेत्र- अर्थ और एन्वॉयरमेंटल साइंसेज)
  • प्रो. राम चन्द्रा (रैंक-26,719, क्षेत्र- अर्थ और एन्वॉयरमेंटल साइंसेज)
  • डॉ. जयशंकर सिंह (रैंक-36,418, क्षेत्र- एग्रीकल्चर, फिशरिज और फोरेस्ट्री)
  • डॉ. आदित्य खम्पारिया (रैंक-63,716, क्षेत्र- इन्फार्मेशन और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजीज)
  • प्रो. बाल चंद्र यादव (रैंक-1,17,651, क्षेत्र- इनेबलिंग और स्ट्रैटेजिक टैक्नोलॉजीज)
  • प्रो. राजेश कुमार (रैंक-1,36,484, क्षेत्र- इनेबलिंग और स्ट्रैटेजिक टैक्नोलॉजीज)
  • प्रो. बी.एस. भदौरिया (रैंक-2,23,715, क्षेत्र- इंजीनियरिंग)
  • डॉ. अभिषेक वर्मा (रैंक-2,69,569, क्षेत्र- इन्फार्मेशन और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजीज)
  • डॉ. मुकेश कुमार अवस्थी (रैंक-3,67,289, क्षेत्र- इंजीनियरिंग)
  • प्रो. गौरव कैथवास (रैंक-3,87,743, क्षेत्र- क्लिनिकल मेडिसिन)
  • प्रो. देवेश कुमार (रैंक-4,38,530, क्षेत्र- कैमेस्ट्री)
रैंकिंग का मापदंड
इस सूची को तैयार करने के लिए वैज्ञानिकों के शोध कार्य का गहन विश्लेषण किया जाता है। कुल 22 प्रमुख वैज्ञानिक क्षेत्रों और 174 उपक्षेत्रों में शोधकर्ताओं को उनके पूरे करियर के आधार पर रैंक दी जाती है। इस प्रक्रिया में शोध प्रकाशनों की संख्या, शोध की गुणवत्ता, और प्रकाशनों को मिले साईटेशन की संख्या को महत्वपूर्ण मानदंड माना जाता है। इन सभी मापदंडों के आधार पर वैज्ञानिकों का चयन किया जाता है, और इस वर्ष बीबीएयू के 12 शिक्षकों ने इस सूची में अपनी जगह बनाई है।

सफलता पर विश्वविद्यालय में खुशी की लहर
शिक्षकों की इस अद्वितीय उपलब्धि पर विश्वविद्यालय में खुशी की लहर दौड़ गई है। विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षकों, गैर-शिक्षण कर्मचारियों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने सफल शिक्षकों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। शिक्षकों की इस सफलता ने विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत किया है।

शोध-नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता
कुलपति प्रो. एन.एम.पी. वर्मा ने कहा, यह विश्वविद्यालय के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, जो हमारे शोधकार्यों की गुणवत्ता और समर्पण को विश्व पटल पर दर्शाता है। हमें गर्व है कि हमारे शिक्षक न केवल देश में बल्कि विश्वभर में अपनी पहचान बना रहे हैं। बीबीएयू हमेशा से शोध और नवाचार को प्रोत्साहित करने में अग्रणी रहा है। इस विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने विभिन्न क्षेत्रों में अपनी विशेषज्ञता और अनुसंधान से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाई है। इस उपलब्धि ने न केवल बीबीएयू के शिक्षकों की प्रतिष्ठा को बढ़ाया है, बल्कि यह संस्थान के छात्रों और शोधार्थियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा।

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