डलमऊ मठ में आए युवक पर विवाद : आचार्य बोले-हो रही है हत्या की साजिश, समाजसेवी बोले- हर कश्मीरी आतंकी नहीं होता

UPT | महामंडलेश्वर देवेंद्र नाथ गिरी और समाजसेवी विजय विद्रोही

Sep 19, 2024 16:54

रायबरेली में डलमऊ मठ में जम्मू-कश्मीर से आए एक युवक को संदिग्ध बताने पर विवाद उत्पन्न हो गया है। मठ के आचार्य ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस जांच में युवक की पहचान कश्मीरी पंडित के रूप में हुई है। इस मामले में बुद्धिजीवियों ने आपत्ति जताई है ...

Raebareli News : जम्मू-कश्मीर से डलमऊ मठ आए युवक को संदिग्ध करार देने पर बुद्धिजीवियों ने आपत्ति जताई है। मठ के आचार्य ने जम्मू-कश्मीर से जिले के डलमऊ घाट स्थित डलमऊ का बड़ा मठ में आए साहिल राजदान को संदिग्ध बताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने भी मामले की जांच की बात कहते हुए युवक की पहचान मुस्लिम नहीं बल्कि कश्मीरी पंडित के रूप में की है।

मठ के महामंडलेश्वर ने एसपी से की मुलाकात
इस मामले को लेकर बड़ा मठ के महामंडलेश्वर 1008 देवेंद्रानंद गिरी महाराज ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह से मुलाकात की और मठ में आतंकी हमले की आशंका जताई। उन्होंने कहा कि उनकी जान को खतरा है और साजिश रची गई है। अब तक की जांच से वे संतुष्ट नहीं हैं। पुलिस ने बिना किसी जांच के संदिग्ध युवक को कश्मीरी पंडित घोषित कर दिया। उसने पहले कहा था कि वह महाराष्ट्र का रहने वाला है और उसके पास कई लड़कियों की तस्वीरें भी मिली हैं।

आतंकवादी या संदिग्ध कहना गलत:विजय विद्रोही
इस मामले में हो रही विभिन्न चर्चाओं और आरोपों को खारिज करते हुए भाकपा (माले) के वरिष्ठ नेता और सामाजिक कार्यकर्ता विजय विद्रोही ने कहा कि यह कौन तय कर सकता है कि जम्मू-कश्मीर का कोई युवक देश में कहीं नहीं जा सकता या वह संदिग्ध है। वहां से रायबरेली आने के लिए कौन सा पासपोर्ट जरूरी है? क्या जम्मू-कश्मीर हमारे देश का हिस्सा नहीं है? अगर कोई ज्ञान प्राप्ति के उद्देश्य से मठ में पहुंचता है तो उसे दिशा देना या न देना अलग बात है लेकिन जम्मू-कश्मीर के किसी भी नागरिक को आतंकवादी या संदिग्ध कहना गलत है।

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