यूपी में पांच नए मेडिकल कॉलेज को मिली मान्यता : कानपुर देहात-ललितपुर में बढ़ाई गई एमबीबीएस की सीटें

UPT | यूपी के पांच नए मेडिकल कॉलेजों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से मिली मान्यता।

Sep 11, 2024 02:19

यूपी के पांच नए मेडिकल कॉलेजों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से मान्यता प्राप्त हुई है। यह मेडिकल कॉलेज औरैया, चंदौली, गोंडा, लखीमपुर खीरी, और कौशांबी जिलों में स्थित हैं।

Lucknow News : यूपी के पांच नए मेडिकल कॉलेजों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से मान्यता मिली है। यह मेडिकल कॉलेज औरैया, चंदौली, गोंडा, लखीमपुर खीरी और कौशांबी जिलों में स्थित हैं। प्रत्येक कॉलेज में सौ एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश की अनुमति दी गई है। इस तरह प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 5150 सीटें और प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में 6050 एमबीबीएस सीटें हो गई हैं। दोनों को मिलाकर कुल 11200 एमबीबीएस सीटें हो गई।

कानपुर देहात-ललितपुर में सीटों की बढ़ोत्तरी
कानपुर देहात और ललितपुर जिलों के मेडिकल कॉलेजों में पहले केवल 50 एमबीबीएस सीटें ही थीं, लेकिन अब इन कॉलेजों में सीटों की संख्या बढ़ाकर सौ कर दी गई है। इसका मतलब है कि अब इन जिलों के छात्र भी अधिक संख्या में मेडिकल शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। इस कदम से न केवल शिक्षा क्षेत्र को लाभ होगा, बल्कि इन जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता भी बेहतर होगी, क्योंकि भविष्य में अधिक प्रशिक्षित डॉक्टर यहां से निकलेंगे।

यूपी में 600 नई सीटों की स्वीकृति
प्रदेश में कुल मिलाकर एमबीबीएस की 600 नई सीटों की स्वीकृति दी गई है। इससे छात्रों के लिए चिकित्सा क्षेत्र में करियर बनाने के और भी अधिक अवसर खुलेंगे। यह संख्या राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, क्योंकि अधिक मेडिकल कॉलेज और सीटों का सीधा असर डॉक्टरों की संख्या और प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं पर पड़ेगा।

मान्यता प्राप्त सात मेडिकल कॉलेज
इससे पहले यूपी के सात अन्य मेडिकल कॉलेजों को भी मान्यता दी गई थी। ये कॉलेज बिजनौर, बुलंदशहर, कुशीनगर, पीलीभीत, कानपुर देहात, ललितपुर और सुल्तानपुर जिलों में स्थित हैं। इन कॉलेजों में भी सौ-सौ एमबीबीएस सीटों पर छात्रों के प्रवेश की अनुमति दी गई थी। कानपुर देहात और ललितपुर में हालांकि शुरुआत में 50 सीटें ही मान्य थीं, लेकिन अब उन्हें भी सौ सीटों की मंजूरी मिल चुकी है।

एनएमसी एक्ट की भूमिका  
उत्तर प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों को मान्यता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एनएमसी एक्ट 2019 की धारा 28(6) के तहत, अगर किसी मेडिकल कॉलेज को पहली अपील के बाद भी एनएमसी (नेशनल मेडिकल कमीशन) से मान्यता नहीं मिलती है, तो इस धारा के अंतर्गत 30 दिन के अंदर दोबारा अपील की जा सकती है। योगी सरकार के द्वारा की गई यह अपील सफल रही, और इसी के परिणामस्वरूप प्रदेश के नए मेडिकल कॉलेजों को मान्यता प्राप्त हुई है।

चिकित्सा शिक्षा में नए अवसर
इन नई सीटों और कॉलेजों की स्थापना से यूपी के छात्रों को मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में नए अवसर प्राप्त होंगे। इससे न केवल छात्रों को लाभ मिलेगा, बल्कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार भी होगा, जिससे आम जनजीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दिशा में निरंतर प्रयास किए हैं, और इसके तहत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी बातचीत की थी, जिसके बाद एनएमसी में अपील दाखिल की गई और अंततः मान्यता प्राप्त हुई। 

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