लोकसभा चुनाव 2024 : हरदोई में BSP के पोलिंग एजेंट पर दबंगों का हमला, दलित की मौत के गांव में तनाव 

UPT | दलित एजेंट की मौत से गमजदा पत्नी और बेटा।

May 14, 2024 14:47

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के बिलग्राम कोतवाली क्षेत्र के गांव गनीपुर में चुनावी रंजिश में मतदान समाप्त होने के बाद दबंगों ने BSP के पोलिंग एजेंट पर हमला बोल दिया। बचाने आई उसकी पत्नी और बच्चों को...

Short Highlights
  • दलित की मौत के बाद गांव में तनाव, माहौल पुलिस गंभीर आरोप।
  • मतदान समाप्त होने के बाद BSP के पोलिंग एजेंट पर दबंगों ने बोला हमला।
  • दबंगों के हमले से घायल दलित की इलाज के दौरान मौत।
Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के बिलग्राम कोतवाली क्षेत्र के गांव गनीपुर में चुनावी रंजिश में मतदान समाप्त होने के बाद दबंगों ने BSP के पोलिंग एजेंट पर हमला बोल दिया। बचाने आई उसकी पत्नी और बच्चों को भी दबंगों ने पीट दिया। गंभीर रूप से जख्मी पोलिंग एजेंट की इलाज के दौरान मौत हो गई। 

मतदान के बाद दबंगों ने बोला हमला
हरदोई के गनीपुर गांव निवासी यदुनंदन बसपा का पोलिंग एजेंट था। बताया गया कि यहीं पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सूपिन शुक्ला और उनके साथियों के साथ दिन में वोटिंग को लेकर कुछ छींटाकशी के बाद तनातनी हुई थी। आरोप है कि शाम को मतदान समाप्त होने के बाद मतदान केंद्र से यदुनंदन बाहर निकला। रास्ते में पहले से घात लगाए सूपिन शुक्ला और उसके साथियों ने उसे पकड़ लिया और बेरहमी से लाठी डंडों से पीट-पीटकर मरणासन्न कर दिया। चीख पुकार सुनकर बचाने गई पत्नी और बच्चों को भी दबंगों ने पीटा। यदुनंदन को मृत समझकर दबंग भाग गए।

इलाज के दौरान एजेंट की मौत 
घटना के बाद परिवार के लोगों ने पहले उसे हरदोई के अस्पताल में भर्ती कराया। यहां हालत नाजुक होने पर उसे लखनऊ रेफर किया गया। लखनऊ में उपचार के दौरान मंगलवार की सुबह उसकी मौत हो गई। घटना के बाद से गांव में तनाव व्याप्त है। ग्रामीण बताते हैं कि दोनों पक्षों में पुरानी रंजिश चली आ रही है। मुकदमेबाजी भी चल रही है।

क्या बोले थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष नारायण कुशवाहा का कहना है कि मामले की जानकारी किसी ने नहीं दी। कोई भी व्यक्ति थाने में शिकायत करने नहीं आया है। तहरीर मिलने पर रिपोर्ट दर्ज कर कारवाई की जायेगी।

पुलिस पर लगे गंभीर आरोप
पीड़ित परिवार के मुताबिक, मारपीट की घटना की सूचना परिवार के लोगों ने स्थानीय पुलिस को दी थी। आरोप है कि मौके पर दरोगा पहुंचे थे। वहां पर जब यदुनंदन के बेटे ने पूरी वारदात का वीडियो दरोगा को दिखाया तो उन्होंने पहले उसे धमका कर वह वीडियो डिलीट कर दिया। फिर बिना कोई कार्रवाई किए भगा दिया। पत्नी का आरोप है पुलिस की मिलीभगत से उसके पति की हत्या कर दी गई। कोई रिपोर्ट तक नहीं लिखी गई। यहां तक कि बिना पुलिस की कार्रवाई के ही उन्हें इलाज के लिए दौड़ना पड़ा। वहीं, पुलिस आरोपों को झूठा करार दे रही है।

अपर पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी 
एएसपी नृपेंद्र कुमार ने बताया कि यदुनंदन और सुपिन शुक्ला के बीच वाद विवाद के बाद मारपीट की घटना हुई थी। उसके बाद घायल को सीएचसी में भर्ती कराया गया। बाद में लखनऊ रेफर कर दिया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस मामला दर्ज कर कार्रवाई में जुटी हुई है।

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