हरदोई के किसानों ने हरी मिर्च से बदली अपनी किस्मत : जानें कैसे 1 एकड़ में हुई 80 कुंतल की पैदावार

UPT | हाइब्रिड हरी मिर्च

Dec 19, 2024 10:39

हरदोई में हरी मिर्च की खेती ने किसानों की किस्मत बदल दी है। यहां के किसान अब हाइब्रिड मिर्च की खेती से न केवल अपनी आर्थिक स्थिति सुधार रहे हैं, बल्कि उन्हें अच्छे दाम भी मिल रहे हैं। 1 एकड़ में 80 कुंतल मिर्च की पैदावार और बाजार में बढ़ते दामों ने किसानों को मालामाल कर दिया है।

Short Highlights
  • हाइब्रिड मिर्च के उत्पादन में किसान की बदली आर्थिक स्थिति
  • अब 100 से ₹200 किलो तक बिक रही किसान की मिर्च
Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में हरी मिर्च की खेती कर किसान मालामाल हो रहे हैं। यहां के किसान हाइब्रिड मिर्च का उत्पादन कर अपनी आर्थिक स्थिति सुधार रहे हैं और प्रगतिशील किसानों की श्रेणी में शामिल हो रहे हैं। किसानों द्वारा उत्पादित मिर्च सब्जी मंडी में अच्छे दामों पर बिक रही है। अब हरदोई की मिर्च महानगरों में भी सप्लाई की जा रही है, वहीं दूसरी ओर उद्यान विभाग की ओर से ऐसे किसानों को प्रशिक्षण के साथ सम्मानित भी किया जा रहा है।

1 एकड़ में 80 कुंतल हरी मिर्च की पैदावार   
हरदोई में हाइब्रिड मिर्च की खेती करने वाले किसान अभिषेक द्विवेदी बताते हैं कि वह कई सब्जियों की खेती कर रहे हैं। उन्होंने सर्दियों की शुरुआत में हाइब्रिड हरी मिर्च की फसल बोई थी। अब 60 दिन बाद हाइब्रिड हरी मिर्च के पेड़ उन्हें बंपर उत्पादन दे रहे हैं। एक एकड़ में करीब 80 कुंतल हरी मिर्च का उत्पादन होता है। हरदोई की मंडी के अलावा कई महानगरों में उनकी मिर्च की सप्लाई हो रही है। शुरुआत में जहां उनकी मिर्च का दाम ₹100 तक था, वहीं अब बढ़कर ₹200 प्रति किलो हो गया है। हरी मिर्च की खेती से एक तरफ जहां उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आया है, वहीं दूसरी तरफ खेत में हाइब्रिड हरी मिर्च के उत्पादन ने उन्हें उद्यान विभाग से सम्मान भी दिलाया है, जिसे देखकर आसपास के लोग उनसे हाइब्रिड हरी मिर्च की खेती के संबंध में जानकारी ले रहे हैं।

एटीएम क्रॉप की श्रेणी में आती है खेती 
हरदोई के जिला उद्यान अधिकारी सुभाष चंद्र ने बताया कि उद्यान विभाग की ओर से किसानों को सब्जी उगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। समय-समय पर चौपाल लगाकर किसानों को मौसमी सब्जियों के बारे में जानकारी दी जाती है। हाइब्रिड मिर्च की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा है। खेत को भुरभुरा बनाकर सही खाद-पानी देने के साथ ही हरी मिर्च की मेड़ लगाने से मिर्च की खेती कम समय में अधिक मुनाफा देने के लिए जानी जाती है। यह एटीएम फसल है। अगर किसानों को अच्छा बाजार भाव मिले तो वह इसे कई दिन रखने के बाद तोड़कर बेच सकते हैं। इन दिनों मिर्च किसानों को बाजार में हरी मिर्च का अच्छा भाव मिल रहा है। हम समय-समय पर किसानों को बीज और कीटनाशक मुफ्त में उपलब्ध कराते रहते हैं। सरकार भी सब्जी की खेती के लिए किसानों को सब्सिडी की सुविधा दे रही है।

जानें कम लागत में कैसे करें खेती 
हरदोई के कृषि उपनिदेशक नंदकिशोर ने बताया कि हरी मिर्च की खेती के लिए खेत तैयार करते समय खास बातों का ध्यान रखना पड़ता है। खेत की अच्छी तरह से जुताई करने के बाद उसे समतल करके भुरभुरा बना लिया जाता है। क्यारियों के बीच की दूरी 2 फीट रखी जाती है। 100 ग्राम हरी मिर्च के बीज को शोधित करके 1 एकड़ में बोया जाता है। मिर्च के पेड़ों को जरूरत के हिसाब से पानी और धूप की जरूरत होती है। यहां किसान मिर्च की खेती के लिए जैविक खाद का इस्तेमाल कर रहे हैं। 20 लीटर पानी में 1 लीटर छाछ या दही मिलाकर छिड़काव करने से मिर्च के पेड़ों में अच्छी ग्रोथ देखने को मिलती है। कुछ किसान कीटों से बचाने के लिए नीमास्त्र का भी इस्तेमाल कर रहे हैं।

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