बाढ़ का जायजा लेने गए सांसद और विधायक की मोटर बोट बीच में खराब : जायजा लेने निकले अन्य अधिकारी और समर्थक फंसे

UPT | बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा लेने पहुंचे सांसद , विधायक व अन्य।

Sep 20, 2024 21:49

हरदोई जिले में कटरी इलाके की बाढ़ का निरीक्षण करने निकले सांसद और विधायक को उस वक्त मुश्किलों का सामना करना पड़ा, जब उनकी मोटर बोट बीच धार में खराब हो गई। इस घटना के बाद बाढ़ प्रबंधन और व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे हैं।

Hardoi News : उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में कटरी इलाके की बाढ़ का निरीक्षण करने निकले सांसद जयप्रकाश और सवाईजपुर विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह रानू को उस वक्त मुश्किलों का सामना करना पड़ा, जब उनकी मोटर बोट बीच धार में खराब हो गई। बाढ़ के पानी के बीच मोटर बोट के बंद हो जाने से सांसद, विधायक और उनके साथ बाढ़ का जायजा लेने निकले अन्य अधिकारी और समर्थक लगभग पांच मिनट तक फंसे रहे। इस घटना के बाद बाढ़ प्रबंधन और व्यवस्थाओं पर सवाल उठने लगे हैं।

मोटर बोट में कचड़ा फंसने से बिगड़ी स्थिति
हरदोई के कटरी इलाके में आई बाढ़ का जायजा लेने के लिए सांसद जयप्रकाश और विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह रानू ने प्रशासनिक अधिकारियों और कुछ समर्थकों के साथ मोटर बोट से अरवल से सुदनीपुर की ओर यात्रा शुरू की। यात्रा के बीच ही अचानक मोटर बोट का इंजन बंद हो गया, जिससे बाढ़ के पानी के बीच नाव एक जगह फंस गई। करीब पांच मिनट तक सभी लोग मोटर बोट के ठीक होने का इंतजार करते रहे। बाढ़ के बीच खराब मोटर बोट में फंसे सांसद और विधायक के साथ अन्य अधिकारियों और लोगों की चिंताएँ बढ़ गईं।

विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि मोटर में कचड़ा फंसने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई थी। जब मोटर से कचड़ा निकाला गया, तब जाकर मोटर बोट स्टार्ट हो पाई और सभी लोग सुरक्षित बाहर निकल सके।

बाढ़ प्रबंधन पर उठे सवाल
इस घटना के बाद बाढ़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों पर सवाल उठने लगे हैं। जब जनप्रतिनिधियों के सामने ही ऐसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है, तो आम जनता की सुरक्षा और बाढ़ प्रबंधन की स्थिति क्या होगी, यह सवाल स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।

बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के दौरान ऐसे हादसे सरकार और प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय हैं। बाढ़ के दौरान लोगों की सुरक्षा और राहत कार्यों के लिए आवश्यक साधनों की गुणवत्ता और उनकी नियमित देखरेख पर ध्यान देना अनिवार्य है। घटना के बाद से प्रशासन ने मोटर बोट की देखभाल और निरीक्षण को लेकर अपनी तैयारियों की समीक्षा करने की बात कही है।  

Also Read