कन्नौज रेप केस : नवाब सिंह का सपा नहीं भाजपा नेताओं से संबंध, उदयवीर सिंह ने आरोपी की पार्टी सदस्यता पर दिया ये जवाब

UPT | सपा नेता उदयवी​र सिंह

Aug 14, 2024 00:25

उदयवीर सिंह ने कहा कि 2017 से ही नवाब सिंह सपा से असंतुष्ट था, ये पूरा कन्नौज जानता है। उन्होंने कहा कि आखिर आरोपी को बचाने का काम कौन कर रहा है? सरकार को कार्रवाई करने से आखिर किसने रोका है? समाजवादी पार्टी के किसी नेता ने आरोपी को बचाने के लिए नहीं कहा है।

Lucknow News : प्रदेश के कन्नौज जनपद में किशोरी के संग छेड़खानी के आरोप में गिरफ्तार नवाब सिंह यादव को लेकर सियासत तेज हो गई है। भाजपा की ओर से नवाब सिंह को समाजवादी पार्टी का नेता बताए जाने के बाद सपा ने पलटवार किया है। पार्टी नेता उदयवी​र सिंह ने न सिर्फ इन आरोपों को बेबुनियाद करार दिया, बल्कि कहा कि नवाब सिंह का भाजपा नेताओं से संपर्क है। वह पूर्व सांसद सुब्रत पाठक सहित कई नेताओं का करीबी है। हालांकि नवाब सिंह के सपा का सक्रिय सदस्य होने को लेकर उदयवीर सिंह सीधे तौर पर टिप्पणी से बच रहे हैं। उन्होंने कहा कि कि कोई व्यक्ति रसीद कटाकर सदस्य बन सकता है। एक बार रसीद कटाने पर पांच साल तक सदस्य रहता है।

अखिलेश यादव-डिंपल के सांसद प्रतिनिधि होने पर कही ये बात
उदयवीर सिंह ने मंगलवार को अपने बयान में कहा कि भाजपा अंर्तद्वंद से जूझ रही है, जिसने भी यह कहा कि नवाब सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव या सांसद डिंपल यादव का प्रतिनिधि रहा, तो उस पर मानहानि का मुकदमा होना चाहिए, क्योंकि उसे ये बात साबित करना होगी। उन्होंने कहा कि नवाब सिंह के तमाम फोटो और वीडियो भाजपा नेताओं के साथ भी वायरल हैं। पूर्व सांसद सुब्रत पाठक के साथ नवाब सिंह का लगातार संपर्क रहा है, वह उनका क्लासमेट रहा है। सुब्रत पाठक से उसकी गहरी दोस्ती है। वहीं मौके पर जो महिला मौजूद थी, वह भाजपा की पदाधिकारी है। 

सपा नेताओं ने आरोपी को बचाने के लिए नहीं की कोई टिप्पणी
उदयवीर सिंह ने कहा कि 2017 से ही नवाब सिंह सपा से असंतुष्ट था, ये पूरा कन्नौज जानता है। उन्होंने कहा कि आखिर आरोपी को बचाने का काम कौन कर रहा है, कौन ऐसी कोशिश में लगा है, इसका पता लगाना बेहद जरूरी है। सरकार को कार्रवाई करने से आखिर किसने रोका है? समाजवादी पार्टी के किसी नेता ने आरोपी को बचाने के लिए नहीं कहा है। सपा तभी बोलती है, जब भाजपा सरकार किसी राजनीतिक द्वेष से किसी के साथ अन्याय करती है और कानून को अपने हिसाब से परिभाषित करती है, किसी को फंसाने का प्रयास करती है। उन्होंने कहा कि नवाब सिंह की सपा सदस्यता कोई मुद्दा नहीं है। वह सक्रिय नेता नहीं है, है भी तो अगर उसने गलती की तो उसे सजा दी जाए। 

किसने बांध रखे हैं सरकार के हाथ
उन्होंने कहा कि इस मामले में सपा का स्टैंड पूरी तरह से ​साफ है। आखिर पुलिस ने पीड़ित का मेडिकल क्यों नहीं कराया। भाजपा इस मामले में सपा का नाम खराब करने की कोशिश कर रही है। भाजपा ने योजना बना ली है कि किसी भी मामले में जिस पर मुकदमा लिखा जा रहा हो, उसको छोड़कर समाजवादी पार्टी को बदनाम किया जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथ किसने बांध रखे हैं, सरकार अपना काम करे, इस बच्ची का मेडिकल क्यों नहीं कराया गया? उन्होंने कहा कि घटना सच्ची है या झूठी, सपा का ये विषय नहीं है। जो पकड़ा गया है, वह अपनी सफाई देखा, सबूत देगा। प्रशासन अपनी न्यायसंगत कार्रवाई करे। लेकिन, भाजपा जो इस प्रकरण में सपा के नाम से दुष्प्रचार कर रही है, उसका उन्हें जवाब देना चाहिए। 

भाजपा नेताओं पर दर्ज केस लिए गए वापस
उदयवीर सिंह ने अयोध्या के बाद कन्नौज के मामले में सपा नेताओं पर आरोप लगने पर कहा कि भाजपा के कई नेता रेप के मामलों में फंसे हैं। केंद्रीय मंत्री से लेकर सांसद, विधायक ऐसे मामलों में फंसे हैं। भाजपा नेताओं के खिलाफ जो रेप के मुकदमे हैं, उन्हें योगी सरकार ने स्वयं वापस ले लिया। इस बीच नवाब सिंह यादव की पुलिस ने आपराधिक कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। जेल भेजने के बाद पुलिस ने नवाब के खिलाफ अब तक दर्ज मुकदमों की सूची जारी की है। इसमें बलवा, लूट, मारपीट, धोखाधड़ी के मामले शामिल हैं। नवाब सिंह पर ताजा प्रकरण को लेकर मिलाकर कुल 16 केस दर्ज हैं।

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