लखनऊ में अब तक इस तरह की उन्नत मशीन किसी संस्थान में नहीं थी। केजीएमयू में इसे लगाने से न केवल मरीजों को लाभ होगा, बल्कि चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में भी नए आयाम खुलेंगे। संस्थान के मीडिया प्रभारी प्रो. केके सिंह ने बताया कि मशीन की खरीद प्रक्रिया अंतिम चरण में है और जल्द ही इसे स्थापित कर दिया जाएगा।