लखीमपुर सावधान : बाढ़ के पानी में आए मगरमच्छों से जानलेवा खतरा, वन विभाग ने जारी किया अलर्ट

UPT | मगरमच्छ

Aug 30, 2024 13:14

पिछले 20 दिनों में मगरमच्छों के हमलों में दो लोगों की जान जा चुकी है, जबकि चार अन्य घायल हुए हैं। इन घटनाओं ने जिले के पांच तहसीलों के 25 गांवों में रहने वाली लगभग 50,000 की आबादी में भय का माहौल पैदा कर दिया है...

Short Highlights
  • लखीमपुर खीरी में मगरमच्छ के हमले ने बढ़ाई चिंता
  • वन विभाग ने जारी किया अलर्ट
  • विभाग लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है
Lakhimpur Kheri News : लखीमपुर खीरी जिले में मानसून का मौसम न केवल बाढ़ की समस्या लेकर आया है, बल्कि मगरमच्छों के बढ़ते हमलों ने भी स्थानीय निवासियों की चिंता बढ़ा दी है। पिछले 20 दिनों में मगरमच्छों के हमलों में दो लोगों की जान जा चुकी है, जबकि चार अन्य घायल हुए हैं। इन घटनाओं ने जिले के पांच तहसीलों के 25 गांवों में रहने वाली लगभग 50,000 की आबादी में भय का माहौल पैदा कर दिया है। विशेष रूप से शारदानगर रेंज में मगरमच्छों के हमले सबसे अधिक देखे गए हैं।

वन विभाग ने जारी किया अलर्ट
इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, वन विभाग ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अलर्ट जारी किया है। नदी के किनारे भैंस और अन्य पालतू जानवरों को चराने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। साथ ही, विभाग लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है ताकि मगरमच्छों को उनके प्राकृतिक आवास में वापस भेजा जा सके। ग्रामीणों को नहर, नदी और तालाब के आस-पास काम करते समय विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। वन विभाग मगरमच्छों की उपस्थिति वाले क्षेत्रों में चेतावनी बोर्ड भी लगाने की योजना बना रहा है।



पीड़ित परिवारों को मिलेगा मुआवजा
डीएफओ संजय विश्वाल ने बताया कि मानसून के दौरान नदियों में आई बाढ़ के कारण मगरमच्छ नालों के माध्यम से रिहायशी इलाकों में प्रवेश कर जाते हैं। चौका, उल्ल और शारदा नदी से जुड़े नालों में इनकी मौजूदगी देखी गई है। स्थानीय लोगों के अनुसार, कभी-कभी ये मगरमच्छ गांवों में घुसकर खलिहानों में या यहां तक कि आंगनों में भी दिखाई दे जाते हैं। इस खतरे से निपटने के लिए, वन विभाग ने घोषणा की है कि मगरमच्छ के हमले में जान गंवाने वाले व्यक्ति के परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, जबकि गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को 2.5 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी।

स्थिति से निपटने के लिए चलाया गया जागरूकता अभियान
उल्ल, कंडवा और शारदा नदियों में मगरमच्छों की संख्या काफी अधिक है, जिनकी अनुमानित संख्या 400 से अधिक हो सकती है। हालांकि, वन विभाग के पास इनकी सटीक गणना या नदी-वार वितरण का डेटा उपलब्ध नहीं है। इस स्थिति से निपटने के लिए वन विभाग ने व्यापक जागरूकता अभियान चलाया है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। साथ ही, विभाग मगरमच्छों के प्राकृतिक आवास के संरक्षण पर भी ध्यान दे रहा है ताकि मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम किया जा सके।

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