तू डाल-डाल तो मैं पात-पात : लखनऊ में 27 दिन से आजाद घूम रहा बाघ, वन विभाग की टीमें पकड़ने में नाकाम

UPT | लखनऊ में 27 दिन से आजाद घूम रहा बाघ।

Dec 28, 2024 13:49

'तू डाल डाल, तो मैं पात पात। यह मुहावरा वन विभाग की टीम में इस समय फिट बैठ रहा है। इसके पीछे की वजह काकोरी के रहमानखेड़ा के जंगलों के आस-पास गांवों में बीते 27 दिनों से आजाद घूम रहा बाघ है।

Lucknow News : 'तू डाल-डाल तो मैं पात-पात'। यह मुहावरा बाघ और वन विभाग के बीच चल रही आंख मिचौली पर इस समय फिट बैठ रहा है। रहमानखेड़ा के जंगलों के आस-पास गांवों में बीते 27 दिनों से बाघ आजाद घूम रहा है। वन विभाग की टीम अभी तक बाघ को पकड़ने में नाकाम रही है। उसकी सभी प्लानिंग पर बाघ भारी पड़ रहा है। वहीं, बाघ की बदस्तूर जारी चहलकदमी से ग्रामीण दहशत में हैं। अब वह अपने घरों से अकेले बाहर निकलने से भी कतरा रहे हैं।

गांवों में दहशत
वन विभाग लोगों से यह अपील कर रहा है कि अनावश्क घरों से बाहर न निकले। बाघ का डर इलाके में चारों तरफ है। भटऊ, जमालपुर और शाहपुर गांव में शुक्रवार को बाघ की दहाड़ सुनकर खेतों में पानी लगा रहे किसानों ने भाग कर अपनी जान बचाई। लहसुन और सरसों के खेतों में मिले बाग के पदचिह्न की जांच में उसकी मौजूदगी की पुष्टि हुई। बाघ की दहशत से लगभग 20 गांव प्रभावित हैं।



दुधवा से बुलाया जाएगा हाथी
रहमान खेड़ा से निकलकर बाघ तीन किलोमीटर शाहपुर गांव पहुंच गया है। मंडौली जमालनगर में भी बाघ के होने की सूचना है। शाहपुर के किसानों ने बाघ के पगमार्क देखे थे और उसकी सूचना वन विभाग को दी। इसे लेकर दोनों गांवों में दहशत फैल गई है। अब तक बाघ को पकड़ने में नाकाम रहा वन विभाग अब दुधवा से हाथी को लाने की तैयारी कर रहा है। जिससे उसकी सवारी से बाघ को घेरा जा सके।

तीन मचान तैयार
डीएफओ अवध डॉ. सितांशु पांडे ने बताया कि बाघ पर निगरानी के लिए तीन मचान तैयार किए गए हैं। दो दिन पहले जिस जंगली सुअर का शिकार किया था। उसका कुछ हिस्सा उसने खाया था। शिकार को करीब 15 मीटर दूर खींच ले गया। बाघ पर नजर रखने के लिए 27 विभिन्न स्थानों पर ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। इसके साथ ही थर्मल ड्रोन कैमरों से भी लगातार निगरानी की जा रही है। जंगल में कई स्थानों पर पिंजरे भी लगाए गए हैं। बाघ को पकड़ने के लिए दुधवा नेशनल पार्क से एक प्रशिक्षित हाथी भी मंगवाया गया है।

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