महाकुंभ में 100 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए होगी सुविधा : एक स्थान पर मिलेगा चार धाम-ज्योतिर्लिंगों के दर्शन का अनुभव

UPT | महाकुंभ 2025

Dec 15, 2024 15:41

सीएम योगी ने 2025 में आयोजित होने वाले प्रयागराज महाकुंभ को लेकर कहा यह आयोजन न केवल आस्था का केंद्र होगा, बल्कि प्रदेश की आर्थिक समृद्धि को नई दिशा देगा। उन्होंने कहा कि 45 दिनों तक चलने वाले इस महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है, लेकिन तैयारियां सौ करोड़ लोगों की सुविधा के लिए की जा रही हैं।

Lucknow News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2025 में आयोजित होने वाले प्रयागराज महाकुंभ को लेकर कहा यह आयोजन न केवल आस्था का केंद्र होगा, बल्कि प्रदेश की आर्थिक समृद्धि को नई दिशा देगा। उन्होंने कहा कि 45 दिनों तक चलने वाले इस महाकुंभ में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है, लेकिन तैयारियां सौ करोड़ लोगों की सुविधा के लिए की जा रही हैं।

12 किलोमीटर लंबे घाट तैयार
सीएम ने एक विशेष कार्यक्रम में महाकुंभ की रूपरेखा साझा करते हुए कहा कि सरकार श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वच्छता और सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है। मौनी अमावस्या के दिन, जो मुख्य स्नान पर्व होगा, छह करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम में स्नान करने का अनुमान है। इसके लिए 12 किलोमीटर लंबे घाट तैयार किए जा रहे हैं।



चार धाम-ज्योतिर्लिंगों का अनुभव एक ही स्थान पर
महाकुंभ 2025 को विशेष बनाने के लिए प्रयागराज में चार धाम और द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शन की सुविधा दी जाएगी। यह आयोजन भारतीय संस्कृति और धार्मिक विविधता को एक मंच पर प्रस्तुत करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन आस्था और आधुनिकता का संगम होगा।

डिजिटल और स्वच्छ महाकुंभ
महाकुंभ में आधुनिक तकनीकों का भी उपयोग किया जाएगा। एक प्रमुख पहल के तहत, भाषिणी ऐप के जरिए 11 भारतीय भाषाओं में महाकुंभ की जानकारी श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराई जाएगी। इस ऐप से भारत के किसी भी कोने में रहने वाले लोग अपनी भाषा में जानकारी हासिल कर सकेंगे। इस आयोजन को पर्यावरण-अनुकूल बनाने के लिए सिंगल-यूज प्लास्टिक को पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। 1.50 लाख शौचालयों की व्यवस्था के साथ जीरो लिक्विड डिस्चार्ज की नीति को अपनाया गया है। महाकुंभ में प्रवेश करने वाले प्रत्येक श्रद्धालु की गिनती डिजिटल माध्यम से की जाएगी।

स्थायी विकास की दिशा में कदम
महाकुंभ के साथ प्रयागराज शहर का भी कायाकल्प किया जा रहा है। पहली बार संगम पर पक्के घाट और गंगा नदी पर रिवर फ्रंट का निर्माण किया जा रहा है। संगम का जल निर्मल और अविरल प्रवाहित हो, इसके लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही अक्षयवट कॉरिडोर और सरस्वती कूप का विकास पूरा हो चुका है। बडे़ हनुमान मंदिर और महर्षि भारद्वाज आश्रम के कॉरिडोर का काम भी पूरा हो गया है। श्रृंगवेरपुर में भगवान राम और निषादराज की गले मिलते हुए 56 फीट ऊंची मूर्ति स्थापित की गई है। इन सबका लोकार्पण पहले ही प्रधानमंत्री के हाथों किया जा चुका है।

प्रदेश की आर्थिक समृद्धि का मार्गदर्शक
सीएम योगी ने महाकुंभ को प्रदेश की आर्थिक वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज में बुनियादी ढांचे के विकास से यहां पर्यटन और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट का विस्तार किया जा रहा है। 216 से अधिक सड़कों को चौड़ा और उन्नत किया जा रहा है।

महाकुंभ 2025 का आयोजन भी बनेगा मिसाल
सीएम ने 2019 के कुंभ को याद करते हुए कहा कि उस समय स्वच्छता, सुरक्षा और सुव्यवस्था का एक नया मानक स्थापित किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता कर्मियों के सम्मान में उनके पैर धोकर भारतीय परंपरा की महानता को दर्शाया। सीएम ने आश्वासन दिया कि 2025 का महाकुंभ भी इसी तरह की उत्कृष्टता का प्रतीक होगा।

संभल नरसंहार आस्था पर हमले की आलोचना
सीएम योगी आदित्यनाथ ने 46 साल पहले संभल में हुए नरसंहार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि दोषियों को आज तक सजा नहीं मिली। उन्होंने कहा कि जो लोग भारत की संस्कृति और आस्था की बात करते हैं, उन्हें धमकाया जाता है और उनका मुंह बंद करने का प्रयास होता है। उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन लोगों ने दशकों तक देश पर शासन किया, वे अब हमारी उपलब्धियों को देख नहीं पा रहे। राम मंदिर, काशी और अयोध्या के विकास से उन्हें परेशानी हो रही है।

आस्था-विकास का अद्भुत संगम
महाकुंभ 2025 न केवल भारतीय संस्कृति की झलक पेश करेगा, बल्कि यह विकास, नवाचार और समर्पण का प्रतीक भी होगा। प्रयागराज को एक नए स्वरूप में प्रस्तुत करने की योजना है, जो श्रद्धालुओं को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करेगा।

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