मानसिक स्वास्थ्य ओपीडी में 25 प्रतिशत कर्मचारी तनाव के शिकार : विशेषज्ञ बोले- ऑफिस में खुशनुमा माहौल जरूरी

UPT | कल्याण सिंह कैंसर संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक व मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. देवाशीष शुक्ला।

Oct 10, 2024 19:17

ऑफिस का माहौल हमेशा खुशनुमा होना चाहिए। कर्मचारियों को बेवजह का तनाव देने से बचना चाहिए। मानसिक स्वास्थ्य विभाग की ओपीडी में आने वाले कामकाजी 20 से 25 प्रतिशत लोग मानसिक तनाव में हैं।

Lucknow News : ऑफिस का माहौल हमेशा खुशनुमा होना चाहिए। कर्मचारियों को बेवजह का तनाव देने से बचना चाहिए। मानसिक स्वास्थ्य विभाग की ओपीडी में आने वाले कामकाजी 20 से 25 प्रतिशत लोग मानसिक तनाव में हैं। इसमें सरकारी व गैर सरकारी दोनों प्रकार के कर्मचारी शामिल हैं। महिला व पुरुषों की संख्या में भी कोई भिन्नता नहीं है। यह बातें कल्याण सिंह कैंसर संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक व मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ. देवाशीष शुक्ला ने कही।

तनाव का बढ़ता स्तर
डॉ. देवाशीष शुक्ला ने गुरुवार को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर संस्थान के साइको आंकोलॉजी यूनिट की तरफ से आयोजित जागरुकता कार्यक्रम में कहा कि ऑफिस में खराब काम के वातावरण के कई कारण हो सकते हैं। इसमें भेदभाव और असमानता शामिल है। काम का दबाव। नौकरी पर कम नियंत्रण और नौकरी की असुरक्षा आदि शामिल है। जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए जोखिम पैदा करते हैं। 



मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा को कदम उठने की जरूरी 
डॉ. देवाशीष शुक्ला ने बताया कि वर्ष 2019 में कामकाजी आयु वर्ग के 15 प्रतिशत लोग मानसिक विकार के शिकार पाए गए थे। धीरे-धीरे तनाव बढ़ रहा है। इससे लोगों की कार्यक्षमता भी प्रभावित हो रही है। कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य जोखिमों को रोकने के प्रयास करने चाहिए। कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा और उसे बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए जाने की जरूरत है। मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों वाले श्रमिकों को सहायता प्रदान करने के लिए प्रभावी कदम उठाए। ऑफिस में खुशनुमा माहौल रखें। हल्की फुल्की बातें करें। कर्मचारियों को नौकरी की सुरक्षा को लेकर भावना पैदा करें।

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