एमआई बिल्डर्स के ठिकानों पर छापेमारी में बेनामी संपत्तियों के मिले सुराग : आयकर विभाग जारी करेगा नोटिस

UPT | MI Builders Income Tax Raid

Oct 29, 2024 09:00

इनकम टैक्स के अफसरों ने छापेमारी में मिली संपत्तियों का फिलहाल खुलासा नहीं किया है। लेकिन, कहा जा रहा है कि छापेमारी में जो 150 से अधिक बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं, उनमें राजनेताओं, उच्च प्रशासनिक अधिकारियों और न्यायिक सेवा के कुछ व्यक्तियों के नाम भी हैं। यूपी के सियासी दल के एक प्रमुख नेता के अलावा, करीब छह आईएएस अधिकारियों के नाम भी इस जांच में उजागर हुए हैं।

Lucknow News : रियल एस्टेट कंपनी एमआई बिल्डर्स के लखनऊ और नोएडा स्थित ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी में कई बेनामी संपत्तियों का खुलासा हुआ है। विभाग की छह दिनों की इस कार्रवाई में कंपनी के मालिक मोहम्मद कादिर अली के खिलाफ गंभीर सबूत जुटाए गए हैं। जानकारी के मुताबिक अब तक 2000 से ज्यादा फ्लैट और जमीनों के दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनमें से 150 से अधिक संपत्तियों के बेनामी होने के पुख्ता सुराग मिले हैं।

बेनामी संपत्ति की पहचान 
इनकम टैक्स के अफसरों ने छापेमारी में मिली संपत्तियों का फिलहाल खुलासा नहीं किया है। लेकिन, कहा जा रहा है कि छापेमारी में जो 150 से अधिक बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं, उनमें राजनेताओं, उच्च प्रशासनिक अधिकारियों और न्यायिक सेवा के कुछ व्यक्तियों के नाम भी हैं। यूपी के सियासी दल के एक प्रमुख नेता के अलावा, करीब छह आईएएस अधिकारियों के नाम भी इस जांच में उजागर हुए हैं। इन संपत्तियों के स्वामित्व से जुड़े व्यक्तियों को अब जल्द ही आयकर विभाग नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण के लिए तलब करेगा।



काले धन का निवेश 
आयकर विभाग के अधिकारियों को शक है कि पूर्व आईएएस अधिकारी राकेश बहादुर ने अपने काले धन को एमआई बिल्डर्स में निवेश किया। इसके बदले में उन्हें बड़ी मात्रा में कंसल्टेंसी फीस के रूप में भुगतान किया गया। जेपी ग्रीन, नोएडा में स्थित बहादुर के आवास पर भी तलाशी अभियान चलाया गया। अधिकारियों का मानना है कि इस निवेश के जरिए राकेश बहादुर ने काले धन को सफेद करने की योजना बनाई थी, जिसके पुख्ता सबूत मिले हैं।

एमआई बिल्डर्स के मालिक कादिर अली का सफर
लगभग तीन दशक पहले, एमआई बिल्डर्स के मालिक कादिर अली के पास सीमित साधन थे। लेकिन, पूर्व आईएएस अधिकारी राकेश बहादुर से जुड़े संबंधों ने कादिर अली को रियल एस्टेट की दुनिया में प्रवेश दिलाया। कादिर अली ने यूपी और मुंबई के कुछ नेताओं के साथ गठबंधन कर कारोबार का विस्तार किया। जांच में यह भी पता चला कि अतीक अहमद जैसे माफिया के साथ उनके संबंध होने की भी अफवाह है। हालांकि, इन कनेक्शनों की अभी पुष्टि नहीं हुई है।

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