मिशन शक्ति : लखनऊ 1090 चौराहे पर वीमेंस फेस्ट का आयोजन, महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ेगी योगी सरकार

UPT | मिशन शक्ति अभियान।

Oct 01, 2024 22:22

नारी शक्ति को स्वरोजगार के नए अवसर प्रदान करने और उन्हें उद्यमिता (इंटरप्रेन्योरशिप) की दिशा में बढ़ावा देने के उद्देश्य से "वीमेंस फेस्ट" का आयोजन किया जा रहा है।

Lucknow News : सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को प्रोत्साहित करने के लिए मिशन शक्ति के पांचवे चरण की शुरुआत की है। इस चरण के तहत राज्य की नारी शक्ति को स्वरोजगार के नए अवसर प्रदान करने और उन्हें उद्यमिता (इंटरप्रेन्योरशिप) की दिशा में बढ़ावा देने के उद्देश्य से वीमेन्स फेस्ट का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन प्रदेश की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करेगा और उन्हें अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और बेचने का अवसर प्रदान करेगा।

वीमेन्स फेस्ट का आयोजन
महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन की एडीजी पद्मजा चौहान ने बताया, सीएम योगी आदित्यनाथ इस आयोजन का शुभारंभ शारदीय नवरात्रि में अपने सरकारी आवास से करेंगे। इस फेस्ट में महिलाएं अपने स्वयं सहायता समूहों और सेल्फ हेल्प ग्रुपों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की प्रदर्शनी और स्टॉल लगाएंगी। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार उपलब्ध कराना और उन्हें उद्यमिता के लिए प्रेरित करना है। कार्यक्रम के दौरान सांस्कृतिक संध्या, प्रेरणात्मक भाषण, स्वास्थ्य जांच शिविर, प्रश्नोत्तरी, नुक्कड़ नाटक और सफाई एवं स्वास्थ्य जागरूकता सत्र भी आयोजित किए जाएंगे। इससे महिलाओं के बीच जागरूकता बढ़ेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के नए मार्ग मिलेंगे।



रिटायरिंग रूम और क्रेच की व्यवस्था
मिशन शक्ति के पांचवे चरण के तहत, प्रदेश के सभी कार्यस्थलों पर महिलाओं के लिए रिटायरिंग रूम की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही, कार्यस्थलों पर महिलाओं के लिए क्रेच (बच्चों की देखभाल के लिए स्थान) की सुविधा भी सुनिश्चित की जाएगी। यह कदम कामकाजी महिलाओं के जीवन को और अधिक सुविधाजनक बनाएगा, जिससे वे बिना किसी चिंता के अपने कार्यस्थलों पर ध्यान केंद्रित कर सकें।

वर्किंग वीमेन हॉस्टल्स और अन्य सुविधाएं
सरकार ने पुलिस लाइन, पीएसी परिसर, मेडिकल कॉलेज जैसे स्थानों पर कामकाजी महिलाओं के लिए विशेष हॉस्टल्स बनाने का भी निर्णय लिया है। इन हॉस्टल्स में महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगे। साथ ही, राजधानी लखनऊ में पिंक बूथ और पिंक स्कूटी जैसी सुविधाओं की तर्ज पर अन्य शहरों में भी इस प्रकार की व्यवस्थाएं की जाएंगी। मॉल, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, सार्वजनिक स्मारक और चिड़ियाघर जैसे स्थानों पर महिलाओं और शिशुओं के लिए फिडिंग रूम की व्यवस्था की जाएगी। असंगठित क्षेत्रों, जैसे बिल्डिंग निर्माण स्थलों और फैक्ट्रियों में काम करने वाली महिलाओं के लिए विश्राम स्थल और पिंक टॉयलेट की सुविधाएं भी सुनिश्चित की जाएंगी।

मिशन शक्ति के लिए 12 विभाग करेंगे काम  
मिशन शक्ति के इस पांचवें चरण को सफल बनाने के लिए 12 विभाग मिलकर काम करेंगे। इनमें गृह विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, संस्कृति विभाग और युवा कल्याण विभाग शामिल हैं। इन विभागों के सहयोग से मिशन शक्ति को जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से लागू किया जाएगा, ताकि महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके। सरकार का मिशन शक्ति महिलाओं के लिए न केवल एक सुरक्षा और सम्मान का प्रतीक है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।

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