संभल का किया गया इस्लामीकरण : सीएम योगी बोले- घर वापसी का स्वागत, वक्फ के नाम पर गलत तरीके से कब्जाई जमीन लेंगे वापस

UPT | CM Yogi Adityanath

Jan 08, 2025 17:54

मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों के घर उजाड़ोगे, हिंदू बेटी और बहनों की सुरक्षा में सेंध लगाओगे और तब भी शांति का पैगाम लेकर घूम रहे हो। हिंदू व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर कब्जा करोगे, हिंदू धर्म स्थलों को नष्ट करोगे और तब भी शांति के दूत बनकर घूमते हो, इस चेहरे को उजागर किया जाना चाहिए।

Lucknow News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल विवाद सहित हिंदुओं की घर वापसी और वक्फ बोर्ड को लेकर एक बार ​फिर खुलकर अपनी राय रखी है। उन्होंने एक टीवी समाचार चैनल के कार्यक्रम में कहा कि अगर कोई अंतर्मन से वापस आना चाहे, तो उसका स्वागत होना चाहिए। किसी कालखंड में यदि किसी कारण से धर्म परिवर्तन किया गया हो, तो उनकी घर वापसी का स्वागत होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह इस विचार के पक्षधर हैं कि सुबह का भूला यदि शाम को घर लौट आए, तो उसका स्वागत करना चाहिए। सनातन तो हमेशा शिखर पर ही रहा है, इसलिए सनातन है। हिंदू एकता और राष्ट्रीय एकता एक-दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए  कहा कि जिन्होंने श्री अयोध्या धाम के वासियों के साथ सौतेला व्यवहार किया है, उनको नैतिक रूप से वहां जाने का कोई अधिकार नहीं है। मूल संविधान में कहीं भी 'सेक्युलर' और 'सोशलिस्ट' शब्द नहीं हैं। संविधान का गला घोटकर जो शब्द डाले गए हों, वे भारत के संविधान की आत्मा कैसे हो सकते हैं?

संभल में पहले की सरकारों ने दंगों पर साधी चुप्पी
संभल विवाद पर चर्चा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि संभल का इस्लामीकरण किया गया है। संभल के बारे में सारी चीज पहले से तय हैं। सभी को पता है कि कैसे एक-एक करके संभल का इस्लामीकारण हुआ? कैसे वहां पर एक-एक चिन्ह नष्ट किए गए। सनातन धर्म की विरासत से जुड़े हुए धर्म स्थलों को नष्ट किया गया, ताला बंद किया गया। कुएं-बावड़ी पाटकर घर बना दिए गए। उन्होंने कहा कि वहां लगातार दंगे होते थे, कोई सरकार नहीं बोलती थी। वर्ष 1947 से लेकर 2017 के पहले तक 200 हिंदुओं की हत्या हुई। वर्ष 1976 में 8 हिंदू मारे गए और 1978 में 184 हिंदुओं की सामूहिक हत्या में एक भी ​दरिंदे के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।



हिंदुओं के धर्मस्थल नष्ट करने वाले शांति दूत बनकर घूम रहे
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बाद भी ये लोग शांति का पैगाम लेकर घूमते हैं। उन्होंने कहा कि गरीबों के घर उजाड़ोगे, हिंदू बेटी और बहनों की सुरक्षा में सेंध लगाओगे और तब भी शांति का पैगाम लेकर घूम रहे हो। हिंदू व्यापारियों के प्रतिष्ठानों पर कब्जा करोगे, हिंदू धर्म स्थलों को नष्ट करोगे और तब भी शांति के दूत बनकर घूमते हो, इस चेहरे को उजागर किया जाना चाहिए और सबके सामने ये चीज आनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर कोई दरिंदा है, तो उसको सार्वजनिक रूप से जनता के सामने खड़ा किया जाना चाहिए और संभल में भी कहीं ना कहीं यह अलग-अलग कालखंड में हुआ था। उन्होंने कहा कि आइन-ए-अकबरी में संभल में मंदिर का​ जिक्र है। मीर बाकी ने 1528 में अयोध्या में राम जन्मभूमि के मंदिर को अपवित्र किया था। वहीं 1526 में संभल में श्री हरि विष्णु के दसवे अवतार से जुड़े मंदिर को तोड़कर उसके ऊपर एक मस्जिदनुमा ढांचा खड़ा करने का काम किया था। इनके पास 500 वर्षों का भी इतिहास नहीं है। मैं कहता हूं, मेरे पास 5,000 वर्ष से भी पुराना इतिहास है।

वक्फ बोर्ड है या भू-माफियाओं का बोर्ड
मुख्यमंत्री ने वक्फ बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वक्फ बोर्ड भू-माफियाओं का अड्डा बन गया है। उन्होंने कहा कि मुझे कभी-कभी आश्चर्य होता है कि यह वक्फ बोर्ड है या भू माफियाओं का बोर्ड। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार हर इंच जमीन वापस लेगी, जो गलत तरीके से कब्जाई गई है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की तुलना किसी भी मत और मजहब से नहीं हो सकती। उन्होंने इसे समुद्र से गहरा और आकाश से ऊंचा बताया। उन्होंने कहा कि देव और दानव हमेशा से इसी धरती पर रहते आए हैं। जो लोग जोड़ने का काम करते हैं, वह देव हैं और दानवों ने हमेशा तोड़ा है। जो लोग डिस्कवरी ऑफ इंडिया से भारत की खोज को मानते हैं वह भारत को नहीं समझ पाएंगे। भारत को वही समझ पाएंगे जो इस आध्यात्मिक परंपरा को भगवान राम, कृष्ण, शिव और शक्ति की परंपरा को जानते हैं।

लोहिया की बात करने वालों ने उनको नहीं पढ़ा
मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान राम उत्तर से दक्षिण और भगवान श्रीकृष्ण पूरब से पश्चिम को जोड़ने वाले हैं और द्वादश ज्योतिर्लिंग के माध्यम से संपूर्ण भारत को जोड़ने वाले भगवान शंकर हैं। यह तीन आराध्य देव जिस परंपरा में हों, उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। यह डॉक्टर लोहिया जी की बात है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के बबुआ की जहां तक बात है, तो कहने को ये लोहिया जी की राजनीति के बात करते हैं। लेकिन, क्या इन्होंने कभी लोहिया जी को पढ़ा है? अगर लोहिया जी को अनुसरण करते हैं, तो आपको उनकी यह बातें याद रखनी चाहिए कि पहला सच्चा समाजवादी वह है, जो संपत्ति और संतति से दूर रहे। जबकि इनके उदाहरण आप देख सकते हैं और दूसरा उन्होंने कहा है कि भारत को अगर समझना होगा तो राम, कृष्ण और शंकर इन तीनों को पढ़ो और इनका अनुसरण करो।

धर्मांतरण पर सरकार की नीति स्पष्ट
मुख्यमंत्री ने धर्मांतरण पर रोक लगाने की सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण से समाज में अस्थिरता और अशांति फैलती है। सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि जो लोग अपने मूल धर्म में लौटना चाहते हैं, उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।

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