ऑथर Asmita Patel

तिरंगा लेकर निकला था मेरा भाई इसलिए मार डाला : चंदन के हत्यारों पर कोर्ट के बाहर विवेक ने क्या कहा

UPT | मृतक चंदन गुप्ता और उनके भाई विवेक गुप्ता

Jan 03, 2025 16:23

26 जनवरी 2018 को कासगंज में गणतंत्र दिवस के अवसर पर तिरंगा यात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल...

Lucknow News : उत्तर प्रदेश के कासगंज में 2018 में गणतंत्र दिवस के मौके पर हुए बहुचर्चित चंदन गुप्ता हत्याकांड में इंसाफ का पल आखिरकार आ गया है। एनआईए की विशेष अदालत ने शुक्रवार को 28 आरोपियों को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा दी। इसके बाद ही चंदन गुप्ता के भाई विवेक गुप्ता ने अदालत के फैसले पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, "मेरा भाई सिर्फ तिरंगा लेकर निकला था, यही उसका गुनाह था। उसे मार डाला गया। लेकिन आज कोर्ट के फैसले से यह साबित हो गया कि न्याय व्यवस्था अभी भी जीवित है।"
 
सात साल बाद मिला इंसाफ
लगभग सात साल की लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद एनआईए की विशेष अदालत ने इस हत्याकांड में 28 आरोपियों को दोषी ठहराया। यह फैसला जस्टिस विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने सुनाया। अदालत ने सभी दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई और उनके खिलाफ धारा 302 (हत्या), 307 (जानलेवा हमला), 147 (दंगा), 149 (गैर-कानूनी सभा) और तिरंगा अपमान निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया।

दोषी ठहराए गए आरोपी
एनआईए कोर्ट ने चंदन गुप्ता हत्याकांड में जिन 28 लोगों को दोषी ठहराया। उनमे आसिफ कुरेशी उर्फ हिटलर, असलम कुरैशी ,असीम कुरैशी, शबाब, साकिब, मुनाजिर रफी, आमिर रफी, सलीम, वसीम, नसीम, बबलू,अकरम, तौफीक, मोहसिन, राहत, सलमान, आसिफ, आसिफ जिम वाला, निशु, वासिफ, इमरान ,शमशाद, जफर, शाकिर, खालिद परवेज, फैजान, इमरान, शाकिर ,जाहिद उर्फ जग्गा शामिल है। इन सभी को आईपीसी की धारा 147 (दंगा), 148 (घातक हथियार के साथ दंगा), 307/149 (जानलेवा हमला), 302/149 (सामूहिक हत्या), 341 (गलत तरीके से रोकना), 336 (जीवन को खतरे में डालने वाला कृत्य), 504 (उकसाने), और 506 (धमकी) के तहत दोषी ठहराया गया।  

बरी किए गए आरोपी
कोर्ट ने सबूतों के अभाव में दो आरोपियों नसरुद्दीन और असीम कुरैशी को बरी कर दिया। साथ ही एक अन्य आरोपी अजीजुद्दीन की सुनवाई के दौरान मौत हो गई थी।

क्या है चंदन गुप्ता हत्याकांड?
26 जनवरी 2018 को कासगंज में गणतंत्र दिवस के अवसर पर तिरंगा यात्रा निकाली जा रही थी। इस दौरान इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया। इसी बीच 22 वर्षीय चंदन गुप्ता को गोली मार दी गई। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने पूरे राज्य में आक्रोश की लहर पैदा कर दी थी और यह मामला राजनीतिक और सामाजिक रूप से संवेदनशील बन गया था।

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