Raebareli News : फर्जी जन्मप्रमाण पत्र मामले में 16 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई, संपत्ति भी होगी जब्त

UPT | सलोन खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय

Jan 01, 2025 20:07

रायबरेली में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का मामला अब राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ गया है। थाना सलोन क्षेत्र में हजारों की संख्या में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए थे...

Raebareli News : रायबरेली में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने का मामला अब राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ गया है। थाना सलोन क्षेत्र में हजारों की संख्या में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए गए थे, जिसके बाद पुलिस ने 17 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया और उन्हें जेल भेज दिया था। सलोन पुलिस ने इस मामले में अब तक 16 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। साथ ही पुलिस ने इस अंतरराज्यीय गिरोह के खिलाफ अर्जित अवैध संपत्तियों की जब्ती के लिए भी कार्रवाई की योजना बनाई है।

इनके खिलाफ हुई कार्रवाई
पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई में गैंग लीडर रविकेश लाल देव का नाम सामने आया है, जो बिहार राज्य के दरभंगा जिले के निवासी हैं। इसके अलावा ग्राम विकास अधिकारी विजय यादव और जन सुविधा केंद्र चलाने वाले मोहम्मद जीशान खान तथा उनके पिता रियाज खान के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। इन लोगों पर फर्जी दस्तावेज बनाने और इस गिरोह के संचालन में मदद करने का आरोप है।



फर्जी दस्तावेज और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप
पुलिस ने इस गिरोह के अन्य सदस्यों के खिलाफ भी कार्रवाई की है, जिनमें गोविन्द केशरी उर्फ राजा केशरी, शाहनवाज, वैभव उपाध्याय, आकाश कसौधन, संजीव कुमार सिंह, आरिफ अली जैसे कई लोग शामिल हैं। इन सभी आरोपियों पर फर्जी दस्तावेज बनाने और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने की गंभीर आरोप हैं। पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी और अवैध संपत्तियों की जब्ती के लिए कार्रवाई तेज कर दी है।

आरोपियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
इसके अलावा, इस गिरोह के कुछ अन्य सदस्य जैसे शहनवाज, धीरज कुमार, राजन उर्फ देवमणि, नीरज, अरमान और सतीश कुमार सोनी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। ये सभी आरोपी विभिन्न जिलों से हैं और पुलिस इनके खिलाफ त्वरित कार्रवाई कर रही है। पुलिस का कहना है कि इन सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसे अपराधों को रोका जा सके।

पुलिस कर रही जांच
रायबरेली पुलिस इस मामले में अपनी कड़ी कार्रवाई को और तेज कर रही है और इन आरोपियों से जुड़े अन्य मामलों की जांच भी जारी है। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह फर्जी दस्तावेजों के जरिए विभिन्न राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अवैध गतिविधियां चला रहा था। अब इस गिरोह के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा रही है, ताकि इस तरह के अपराधों पर रोक लगाई जा सके और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले लोगों को सजा मिल सके।

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