बाघ के साथ अब तेंदुए का खौफ : 35 वन कर्मियों-27 जगहों पर ट्रैप कैमरे के बीच एक और वनरोज का शिकार, दहशत में ग्रामीण

UPT | लखनऊ में बाघ की दहशत

Dec 28, 2024 10:25

वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए 27 जगहों पर ट्रैप कैमरे लगाए हैं और थर्मल ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। लेकिन, बाघ की गतिविधियों के बावजूद अब तक उसे पकड़ने में सफलता नहीं मिली।

Lucknow News : शहर के रहमानखेड़ा इलाके में पिछले 25 दिनों से बाघ की मौजूदगी से लोगों में दहशत का माहौल है। वन विभाग की कुल 35 सदस्यीय टीम बाघ को पकड़ने के लिए जुटी हैं। इसके बाद भी उन्हें कामयाबी नहीं मिल रही है। इस बीच बाघ ने अब बेहता नाले के पास एक और वनरोज का शिकार किया। इससे पहले वह पांच अन्य जानवरों का शिकार कर चुका है। इलाके में लहसुन और सरसों के खेतों में बाघ के पगचिह्न से उसकी मौजूदगी की पुष्टि हुई। लेकिन, वन विभाग की एक्सपर्ट टीम भी उसे नहीं पकड़ पा रही है। इससे लोगों में बेहद नाराजगी है।

तेंदुए के दिखाई देने के बाद और डरे लोग
इस बीच बाघ के आतंक के साथ रहमानखेड़ा में अब तेंदुए की एंट्री ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है। गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज परिसर में हॉकी खिलाड़ियों ने तेंदुए के दिखाई देने की बात कही है। इससे पहले भी टेंट हाउस के एक कर्मचारी ने तेंदुए को देखने का दावा किया था। कॉलेज प्रशासन ने खिलाड़ियों और स्टाफ को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।



बाघ को पकड़ने में वन विभाग की नाकामी
वन विभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए 27 जगहों पर ट्रैप कैमरे लगाए हैं और थर्मल ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। लेकिन, बाघ की गतिविधियों के बावजूद अब तक उसे पकड़ने में सफलता नहीं मिली। जंगल में दो जगहों पर पिंजरे भी लगाए गए हैं, साथ ही दुधवा टाइगर रिजर्व से एक विशेष ट्रांसपोर्टेशन पिंजरा मंगवाया गया है।

ग्रामीणों का आक्रोश : मचान पर नजर नहीं आती टीमें
ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग बाघ को लेकर गंभीर नहीं है। मचान पर निगरानी के लिए लगाई गई टीमें अक्सर गायब रहती हैं। ताजा घटनाक्रम में शाहपुर और भटऊ जमालपुर गांव के पास बाघ की दहाड़ सुनकर खेतों में काम कर रहे किसानों ने जान बचाकर भागने की कोशिश की। वहीं स्पोर्ट्स कॉलेज के प्रधानाचार्य अजय सेठी ने बताया कि तेंदुए को देखने की सूचना जिला वन अधिकारी को दी गई है। कॉलेज प्रशासन ने खिलाड़ियों और स्टाफ को नोटिस चस्पा कर सतर्क रहने की सलाह दी है। खिलाड़ियों से कहा गया है कि वे अकेले किसी सुनसान जगह पर न जाएं।

गश्ती दल की तैनाती, लेकिन तेंदुआ अब तक पकड़ से बाहर
वन विभाग ने तेंदुए की सुरक्षा के लिए तीन दिन के गश्ती दल की तैनाती की है। हालांकि, प्रभागीय निदेशक शितांशु पांडेय ने बताया कि अभी तक तेंदुए के पगचिह्न नहीं मिले हैं। सुरक्षा के लिहाज से गश्ती टीम लगातार क्षेत्र में सक्रिय है। तेंदुए और बाघ की उपस्थिति ने रहमानखेड़ा के ग्रामीणों की दहशत को और बढ़ा दिया है। लोगों ने वन विभाग पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं और जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग को टीमों की निगरानी सख्त करनी चाहिए और बाघ-तेंदुए को पकड़ने के लिए प्रभावी कदम उठाने चाहिए।
 

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