अध्ययन के अनुसार, 30 प्रतिशत से 50 प्रतिशत महिलाओं को माहवारी के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव की समस्या होती है। लेकिन, इनमें से केवल 5 प्रतिशत महिलाएं ही चिकित्सीय परामर्श लेती हैं। चिकित्सकों का कहना है कि माहवारी के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है।