यूपी में सुधरेगी पशु संपदा की गुणवत्ता : गोरखपुर-भदोही में खुलेगा पशु चिकित्सा महाविद्यालय, 228 करोड़ आएगी लागत

UPT | यूपी में सुधरेगी पशु संपदा की गुणवत्ता।

Dec 10, 2024 00:56

पशुधन के मामले में बेहद संपन्न रहे उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में दशकों से पशुओं की स्थिति बिगड़ रही थी। ताल-तलैया और नदियों के दोआबे में चरने वाले पशु कुपोषण और उत्पादकता में कमी जैसी समस्याओं से जूझ रहे थे।

Lucknow News : पशुधन के मामले में बेहद संपन्न रहे उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में दशकों से पशुओं की स्थिति बिगड़ रही थी। ताल-तलैया और नदियों के दोआबे में चरने वाले पशु कुपोषण और उत्पादकता में कमी जैसी समस्याओं से जूझ रहे थे। यूपी पशुधन विकास परिषद की के अनुसार कुपोषण के चलते पशुओं की सेहत और दुग्ध उत्पादन प्रभावित हो रहे हैं। सरकार अब स्थिति बदलने की तैयारी कर रही है। इसके लिए गोचर भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करने के लिए बड़ा अभियान शुरू किया गया है, जिससे पशुओं के लिए चरागाह उपलब्ध हो सके। इसके साथ ही गोरखपुर और भदोही में अत्याधुनिक पशु चिकित्सा महाविद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं। इन महाविद्यालयों में नस्ल सुधार और पशुओं के इलाज की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिससे दुग्ध उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है।

गोरखपुर में बनेगा मॉडल वेटरिनरी कॉलेज
गोरखपुर-वाराणसी हाईवे पर ताल नदौर क्षेत्र में 80 एकड़ भूमि पर वेटरिनरी कॉलेज की स्थापना की जा रही है। पहले चरण में इस परियोजना पर 228 करोड़ रुपये की लागत आएगी। बजट में 100 करोड़ रुपये पहले ही स्वीकृत हो चुके हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में स्थल का दौरा कर इसे एक मॉडल प्रोजेक्ट के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। कॉलेज में अस्पताल, एकेडमिक ब्लॉक, छात्रावास और स्टाफ क्वार्टर जैसी सुविधाएं होंगी। भविष्य में इसे विश्वविद्यालय के रूप में उन्नत करने की योजना है।



भदोही में पशु चिकित्सा शिक्षा का केंद्र
भदोही के जोरईं और वेदपुर गांवों में 15 एकड़ भूमि पर पशु चिकित्सा महाविद्यालय बनाया जाएगा। इस परियोजना के लिए 50 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। कॉलेज का एकेडमिक ब्लॉक, प्रयोगशाला और हॉस्टल 10 एकड़ क्षेत्र में बनेंगे, जबकि 5 एकड़ में ब्लॉक-स्तरीय कोर्ट कॉम्प्लेक्स स्थापित होगा। कॉलेज में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर पशु चिकित्सा शिक्षा दी जाएगी, जिससे पूर्वांचल के दस जिलों के छात्रों को लाभ मिलेगा।

प्रदेश में दुग्ध उत्पादन होगा मजबूत 
वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश में दुग्ध उत्पादन में नंबर एक है, राष्ट्रीय उत्पादन में 16 प्रतिशत योगदान के साथ। इन प्रयासों से राज्य की इस स्थिति को और मजबूती मिलेगी। गोरखपुर और भदोही के ये महाविद्यालय पूर्वांचल के पशुपालकों के लिए वरदान साबित होंगे, साथ ही बिहार और नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों के पशुपालकों को भी लाभ मिलेगा। इन योजनाओं से न केवल पशुधन की स्थिति सुधरेगी, बल्कि युवाओं के लिए शिक्षा और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।

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