UP Assembly Session 2024 : चुनाव के बावजूद मुख्य बजट का 20 फीसदी खर्च, 70 हजार करोड़ डीबीटी से गरीबों के खातों में पहुंचे

UPT | cm yogi adityanath

Aug 01, 2024 20:22

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारा कैपिटल एक्सपेंडिचर इस बात को दर्शाता है कि बजट का पैसा बड़े निर्माण में लग रहा है। ये अनुपूरक बजट यूपी में निवेश बढ़ाने वाला है। आज उत्तर प्रदेश की जीडीपी और प्रति व्यक्ति आय दोगुने से ज्यादा बढ़ी है।

Short Highlights
  • सीएम योगी बोले- आरबीआई के अनुरूप वित्तीय अनुशासन बनाने में सफल
  • वित्तीय वर्ष 2024-25 के मूल बजट का आकार साढ़े सात लाख करोड़ पहुंचा
  • 2015-16 की तुलना में दोगुना हो चुका है प्रदेश का बजट
Lucknow News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को विधानसभा में अनपूरक बजट पर चर्चा के दौरान कहा कि
फरवरी में मूल बजट पारित करके अप्रैल में वित्तीय वर्ष शुरू होते ही हमने उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। 2024-25 का मूल बजट 736437 करोड़ का था। वित्तीय वर्ष शुरू होते ही आम चुनाव का वक्त आ गया, इसके बावजूद विभिन्न विभागों के लिए बजट की औसतन 44 फीसदी धनराशि रिलीज हुई है और 20 फीसदी से अधिक खर्च भी हुई है। यूपी आज रेवेन्यू सरप्लस स्टेट बन चुका है और अपनी ज्यादातर आवश्यकताओं की पूर्ति खुद करने में सक्षम हो चुका है। 

बजट की धनराशि बड़े निर्माण पर हो रही खर्च
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारा कैपिटल एक्सपेंडिचर इस बात को दर्शाता है कि बजट का पैसा बड़े निर्माण में लग रहा है। ये अनुपूरक बजट यूपी में निवेश बढ़ाने वाला है। आज उत्तर प्रदेश की जीडीपी और प्रति व्यक्ति आय दोगुने से ज्यादा बढ़ी है। यूपी एक सही दिशा में बढ़ रहा है, जो नए मद बनाए गये हैं उसके लिए इस नये अनुपूरक बजट की आवश्यकता पड़ी, इसलिए 12209 करोड़ का अनुपूरक बजट मानसून सत्र में लाना पड़ा है। इसके बाद हमारा इस वित्तीय वर्ष में साढ़े सात लाख करोड़ रुपए का बजट हो गया है। यह 2015-16 के बजट के आकार से दोगुना है। 

अगले तीन और पांच साल का रोडमैप बनाकर किया जा रहा काम
उन्होंने कहा कि हम अब अगले तीन और पांच साल का रोडमैप बनाकर काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने तमिलनाडु के त्रिशूर का उदाहरण दिया, जहां यूपी के दो लाख लोग काम करते थे। उन्होंने बताया कि वहां से बड़ी संख्या में लोग अपने प्रदेश में वापस आ गये हैं, क्योंकि अब उन्हे अपने प्रदेश में रोजगार मिल रहा है। 

70 हजार करोड़ रुपए का डीबीटी के जरिए भुगतान
मुख्यमंत्री ने कहा कि 11 विभागों के माध्यम से 196 योजनाओं के लिए 70 हजार करोड़ रुपए का डीबीटी के जरिए हुआ हस्तांतरण है, जो गरीब जनता के खातों में सीधे ट्रांसफर हुआ है। उन्होंने कहा कि यूपी नेशनल जीडीपी में अपने शेयर को बढ़ाने में सफल हुआ है। पहले हम 6-7 फीसदी की हिस्सेदारी रखते थे, जबकि आज ये शेयर 9 से 10 फीसदी तक पहुंच गया है। यूपी देश के उन राज्यों में है, जिन्होंने प्रभावी रिसोर्स मोबलाइजेशन के माध्यम से अपने को रेवेन्यू सरप्लस स्टेट के रूप में स्थापित किया है। हमारी ज्यादातर आवश्यकताओं की पूर्ति राज्य के अंदर करने में हम सक्षम हुए हैं।

टैक्स चोरी को रोकने को उठाए कदम 
सीएम योगी ने कहा कि हमने टैक्स चोरी को रोकने के लिए कड़े प्राविधान करने पड़े। 2017 में यूपी का सीडी रेशियो 44 फीसदी था आज ये 60 फीसदी है। ये दिखाता है कि रोजगार के अवसर बढ़े हैं। रिजर्व बैंक ने एक व्यवस्था बनाई है कि आप वित्तीय अनुशासन को ध्यान में रखते हुए ही अपना बजट बनाएंगे और कर्ज लेंगे। अगर ये सीमा के ऊपर ये जाता है तो कोई नेशनल बैंक आपको कर्ज के लिए अलाऊ नहीं करेगा। यूपी ने इस दिशा में बेहतरीन प्रयास किया है। राजकोषीय जवाबदेही एवं बजट प्रबंधन (एफआरबीएम) की अधिकतम सीमा 3.5 है, जबकि यूपी 2.86 पर अपने वित्तीय अनुशासन को बनाए रखने में सफल रहा है। यह एक बेहतरीन स्थिति है, जिसे हमने किया है।

काला नमक चावल और मेडिकल कॉलेज की नेता प्रतिपक्ष को दिलाई याद
सीएम योगी ने सिद्धार्थ नगर के काला नमक चावल का जिक्र करते हुए कहा कि प्रोटीन से भरपूर इस उत्पाद को हमारी सरकार ने ही पहचान दिलाई जो अब इस जनपद की पहचान बन चुका है। उन्होंने कहा कि वर्षों से इस क्षेत्र में काला नमक चावल की पैदावार होती थी, लेकिन कभी किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष के क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर भी व्यंग्य किया। उन्होंने कहा कि पांडेय जी आप तो जिस जनपद में आते हैं, आपने स्वास्थ्य के क्षेत्र में बदलाव को महसूस किया होगा। गोरखपुर का बीआरडी मेडिकल कॉलेज हो या सिद्धार्थनगर का जिला चिकित्सालय सभी को अपने देखा होगा। आपके जिले में भी माधवबाऊ के नाम पर माधवबाऊ त्रिपाठी मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो चुका है। बुधवार को ही महाराजगंज के पीपीपी मोड पर बने मेडिकल कॉलेज को एडमीशन के लिए मान्यता भी प्राप्त हुई है। 

नेता प्रतिपक्ष ने दिए अहम सुझाव
मुख्यमंत्री ने कई मौकों पर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय पर तंज कसा तो उनके प्रति आदर भाव भी दिखाय। वहीं नेता प्रतिपक्ष का विशेष रूप से धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि वयोवृद्ध नेता प्रतिपक्ष ने कई महत्वपूर्ण सुझाव दिये हैं। हमने हमेशा अपने से बुजुर्गों को सम्मान दिया है। हमारे यहां मान्यता है कि वो सभा सभा नहीं होती, जहां बुजुर्ग का सम्मान नहीं होता। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें विरासत में जैसा यूपी मिला था और आज जैसा यूपी आज है, वो सबके सामने है। हमने अटल जी की पंक्तियों से प्रेरणा प्राप्त की है, कि 'मनुष्य को चाहिए कि वह परिस्थितियों से लड़े, एक स्वप्न टूटे, तो दूसरा गढ़े।' 

नेता प्रतिपक्ष ने की सीएम योगी की तारीफ
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने भी अपने भाषण में कई मौकों पर सीएम योगी और सरकार के कार्यों की तारीफ की। उन्होंने परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अटेंडेंस और लॉ एंड ऑर्डर को लेकर महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। अपने पूरे भाषण के दौरान उन्होंने कई बार सीएम योगी के लिए सम्मानजनक शब्दों का उपयोग किया।

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