अतीक-अशरफ हत्याकांड की रिपोर्ट सदन में पेश : न्यायिक आयोग की यूपी पुलिस को क्लीनचिट

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Aug 01, 2024 17:00

माफिया अतीक अहमद, अशरफ और अतीक के बेटे असद व उसके साथी ग़ुलाम के एनकाउंटर मामले में सरकार की ओर से विधानसभा में रिपोर्ट पेश की गई। न्यायिक आयोग की रिपोर्ट...

Lucknow News : माफिया अतीक अहमद, अशरफ और अतीक के बेटे असद व उसके साथी ग़ुलाम के एनकाउंटर मामले में सरकार की ओर से विधानसभा में रिपोर्ट पेश की गई। न्यायिक आयोग की रिपोर्ट में यूपी पुलिस को क्लीन चिट दी गई है। कहा गया है कि पुलिस की तरफ से कोई लापरवाही नहीं बरती गई। अतीक, अशरफ की हत्या पूर्व नियोजित नहीं थी।

मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने रिपोर्ट रखी
विधानसभा सदन में स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने इस मामले में गठित जांच आयोग की रिपोर्ट सदन में पेश की। न्यायिक रिपोर्ट में UP पुलिस को क्लीन चिट दी गई है। इसमें कहा गया है कि अतीक-अशरफ की हत्या पूर्व नियोजित नहीं थी। पुलिस की तरफ से कोई लापरवाही नहीं बरती गई। पुलिस के लिए घटना को टालना संभव नहीं था।

जांच आयोग में ये शामिल
उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी गैंगस्‍टर अतीक और अशरफ की प्रयागराज के अस्पताल परिसर में 15 अप्रैल 2023 को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसकी जांच के लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायमूर्ति दिलीप बाबा साहब भोंसले की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन यूपी सरकार ने किया था। आयोग में झारखंड उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायमूर्ति वीरेंद्र सिंह, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायमूर्ति अरविंद कुमार त्रिपाठी, पूर्व पुलिस महानिदेशक सुबेश कुमार सिंह, सेवानिवृत जिला जज बृजेश कुमार सोनी सदस्य के तौर पर शामिल थे। 

नौ महीने तक जांच, सैकड़ों गवाहों के बयान
अतीक और अशरफ की हत्या की जांच कर रहे न्यायिक आयोग ने नौ महीने तक छानबीन की। आयोग के सदस्य जांच के लिए कई बार प्रयागराज गए और घटनास्थल समेत हत्याकांड से संबंधित स्थलों के चप्पे-चप्पे की जांच की। आयोग ने जांच में हर बिंदु पर तफ्तीश की। इस दौरान हत्याकांड के चश्मदीदों समेत सैकड़ों गवाहों के बयान दर्ज हुए।  18 जनवरी को जांच रिपोर्ट कैबिनेट को सौंपी गई थी।

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