युवा बेरोजगारों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि यह बात मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाई जाए कि कई सालों से युवा पॉलिटेक्निक, बीटेक, आईटीआई करने के बाद सबसे बड़े तकनीकी बिजली विभाग में नौकरी के लिए सरकारी क्षेत्र में आस लगाए बैठे थे। उन्हें उम्मीद थी कि वैकेंसी निकलेगी और वह सरकारी संस्थान से जुड़कर काम कर सकेंगे। युवाओं का ये इंतजार लंबे समय से अभी तक चल रहा है।