Meerut News : हर रोज 60 विद्यार्थी कर रहे आत्महत्या, शिक्षकों की इमोशनल वेल्डिंग सुसाइड केस कम करने में कारगर

UPT | मेरठ सीसीएसयू के मनोविज्ञान विभाग में मेंटल हेल्थ पर कार्यशाला।

Jun 30, 2024 20:47

देश में लगभग 60 विद्यार्थी रोज आत्महत्या करते हैं। इससे कहीं अधिक संख्या में आत्महत्या का प्रयास करते हैं और बहुत बड़ी संख्या में तो इस तरह के मामले सामने नहीं आ पाते हैं। हमारे देश का भविष्य, बच्चों के लिए आज हर शिक्षक को मानसिक स्वस्थ्य के लिए सेंसटाइज होना आवश्यक है।

Short Highlights
  • सीसीएसयू के मनोविज्ञान विभाग में मेंटल हेल्थ मिशन ​इंडिया कार्यक्रम
  • हैंडलिंग क्लासरूम चैलेंजेज एंड इमोशनल वेलबीइंग विषय पर कार्यशाला
  • आत्महत्या की प्रवृत्ति रोकने के लिए शिक्षकों को आगे आने का आहवान
Meerut CCSU News : आज चौधरी चरण सिंह विवि के मनोविज्ञान विभाग में विद्यार्थियों द्वारा की जा रही आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मनोविज्ञान विभाग के पुरातन विद्यार्थियों द्वारा संचालित स्वयंसेवी संस्था 'मेंटल हेल्थ मिशन इंडिया, मेरठ उप्र' द्वारा शिक्षकों के साथ "हैंडलिंग क्लासरूम चैलेंजेज एंड इमोशनल वेलबीइंग" विषय पर कार्यशाला आयोजित की गई।

शिक्षक की इमोशनल वेलबीइंग का बेहतर होना आवश्यक
कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो० संजय कुमार, अध्यक्ष मनोविज्ञान ने कहा कि आज हर व्यक्ति किसी न किसी प्रकार के तनाव से गुजर रहा है। जिसका नकारात्मक प्रभाव हमारे व्यक्तिगत, सामाजिक अथवा कार्यक्षेत्र से संबंधित जिंदगी पड़ता है। जिसमें स्कूल शिक्षक अपवाद नहीं है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की जिंदगी में बेहतर परिणाम देने और स्कूल से संबंधित दबाव और चुनौतियों का सामना करने के लिए शिक्षक की इमोशनल वेलबीइंग का बेहतर होना आवश्यक है। जिससे कि वे शिक्षण कार्य के साथ–साथ विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकेंगे।

मानसिक स्वस्थ्य के लिए सेंसटाइज होना आवश्यक
उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में लगभग 60 विद्यार्थी रोज आत्महत्या करते हैं। इससे कहीं अधिक संख्या में आत्महत्या का प्रयास करते हैं और बहुत बड़ी संख्या में तो इस तरह के मामले सामने नहीं आ पाते हैं। हमारे देश का भविष्य, बच्चों के लिए आज हर शिक्षक को मानसिक स्वस्थ्य के लिए सेंसटाइज होना आवश्यक है। मुख्य वक्ता के रुप में नीरज शर्मा ने "इमोशनल वेल बीइंग" पर बात करते हुए कहा कि आज दुनिया भर में आत्महत्या अलग-अलग देशों की अलग अलग जनसंख्या में चौथे नंबर से लेकर पहला मृत्यु का कारण है। हमें सामान्य जिंदगी में आने वाले तनाव का सामना करने की विधियों की जानकारी होना आवश्यक है।

हमें स्वयं को भी प्रेम करने पर विचार करना चाहिए
उन्होंने इमोशनल वेल्डिंग को बेहतर बनाए रखने के साधनों के बारे में बताते हुए कहा कि हमें स्वयं को खुश रखने के लिए दूसरों की सहायता करते रहना चाहिए। यदि हमारे मन में कोई बात हमें परेशान करती है तो वह हमें किसी न किसी से साझा अवश्य करना चाहिए। दूसरों को हम सब प्यार करते हैं परन्तु हमें स्वयं को भी प्रेम करने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा की जिंदगी को खुशनुमा बनाए रखने के लिए हमे दूसरों की सहायता करते रहना चाहिए। जरूरत पड़ने पर मदद ले भी लेनी चाहिए। कार्यक्रम में फैसिलिटीटर के रूप मे मनोवैज्ञानिक प्रिया पाल एवं नईमा सिद्दीकी उपस्थित रहे। इस दौरान स्कूल के डायरेक्टर श्री एस० के० शर्मा,  प्रधानाचार्या  डॉ0 दिव्या भारद्वाज, कोऑर्डिनेटर प्राची गुप्ता  के साथ अन्य अध्यापक इंदु शर्मा, संगीता शर्मा,  सुनीता शर्मा, माज़ अंसारी,व इकरा अंसारी आदि उपस्थित रहे.

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