Chaitra Navratri 2024 : मेरठ के देवी मंदिरों में चैत्र नवरात्र के पहले दिन लगे माता के जयकारे

UPT | मेरठ गोल मंदिर में चैत्र नवरात्र के पहले दिन देवी की पूजा अराधना करतीं महिलाएं।

Apr 09, 2024 10:28

आज हिंदू नववर्ष की शुरूआत हो रही है। इस कारण से चैत्र प्रतिपदा का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। नवरात्र के पहले दिन मंदिरों में पूजा-अर्चना करने वालों की भारी भीड़ लगी...

Short Highlights
  • मेरठ के सिद्धपीठ देवी मंदिरों में सुबह से जुटने लगे थे देवी भक्त
  • देवी भक्तों ने मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना कर लिया मां का आर्शिवाद
  • नौ दिन तक देवी के अलग-अलग स्वरूपों की होगी पूजा-अर्चना
Meerut News : मेरठ के देवी मंदिरों और महानगर के सिद्धपीठों पर आज चैत्र नवरात्र के पहले दिन भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। लोग सुबह से ही मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए मेरठ के देवी मंदिरों में पहुंचना शुरू हो गए थे। आज हिंदू नववर्ष की शुरूआत हो रही है। इस कारण से चैत्र प्रतिपदा का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। नवरात्र के पहले दिन मंदिरों में पूजा-अर्चना करने वालों की भारी भीड़ लगी रही। मंदिरों में एक तरफ श्रद्धालुगण देवी की पूजा कर रहे थे वहीं दूसरी ओर भजन-कीर्तन के साथ देवी के जयकारों से मंदिर प्रांगण गूंज रहा था। लोग सुबह से घरों से निकल कर पूजा-अर्चना में जुट गए।

सदर स्थित वैष्णों देवी मंदिर में भक्तों का तांता
महानगर के सदर बाजार काली मंदिर, शास्त्रीनगर गोल मंदिर, मंशा देवी शक्ति पीठ, नौचंडी देवी शक्तिपीठ मंदिर, सदर स्थित वैष्णों देवी मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा। चैत्र नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा हुई । नवरात्र में नौ दिन तक मां की अलग-अलग रूप में पूजा होती है। मां दुर्गा के रूप में मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना आज की गई है।

मां शैलपुत्री का जन्म शैल या पत्थर से हुआ
मां शैलपुत्री का जन्म शैल या पत्थर से हुआ था। मान्यता है कि नवरात्रि के दिन मां शैलपुत्री की पूजा करने से जीवन में स्थिरता आती है। कहते हैं मां शैलपुत्री को सफेद रंग अधिक प्रिय है। इसलिए उन्हें सफेद रंग की बर्फी का भोग लगाया गया। शैलपुत्री को सौभाग्य और शांति की देवी माना जाता है।

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