Uttar Pradesh Times Exclusive : नोएडा के स्क्रैप माफिया रवि काना पर दर्ज गैंगरेप का मुकदमा बना पहेली, पुलिस ने चूक की?

Uttar Pradesh Times | प्रतीकात्मक फोटो

Jan 17, 2024 22:22

अब रवि काना की भाभी और जेल गए आजाद नागर की पत्नी राजवती नागर सामने आई है। राजवती ने इस पूरे मामले से जुड़े कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। उसने मुख्यमंत्री को संबोधित एक वीडियो जारी किया है। जिससे इस मामले में पीड़ित युवती की शिकायत और नोएडा पुलिस की तफ्तीश पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

Short Highlights
  • अब रवि काना की भाभी और जेल गए आजाद नागर की पत्नी राजवती नागर सामने आई है।
  •  वीडियो में एक चिता जलाई जा रही है। अंतिम संस्कार की उस प्रक्रिया में रवि काना के साथ गैंगरेप के आरोपी आजाद नागर शामिल हैं।
Noida News : गौतमबुद्ध नगर का स्क्रैप माफिया रवि काना अब वॉन्टेड गैंगस्टर है। रवि और उसके दो चचेरे भाइयों पर जॉब देने के बहाने नोएडा की एक युवती से गैंगरेप करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस सरगर्मी से उसकी तलाश कर रही है। उसके ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे मारे जा रहे हैं। सैकड़ों करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली में सीज की गई हैं। परिवार के कई लोग जेल में हैं। पत्नी और गर्लफ्रेंड तक वॉन्टेड हैं।

राजवती और बेवन नागर सामने आईं
अब रवि काना की भाभी और जेल गए आजाद नागर की पत्नी राजवती नागर सामने आई है। राजवती ने इस पूरे मामले से जुड़े कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। उसने मुख्यमंत्री को संबोधित एक वीडियो जारी किया है। जिससे इस मामले में पीड़ित युवती की शिकायत और नोएडा पुलिस की तफ्तीश पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। रवि काना की भाभी और भारतीय जनता पार्टी की नेत्री बेवन नागर ने उत्तर प्रदेश सरकार से एक शिकायत की है। बताया है कि नोएडा की युवती ने फर्जी मुकदमा दर्ज करवाया है और पुलिस ने आंख मूंदकर कार्रवाई की है। अपनी बात के पक्ष में बेवन नागर ने एक वीडियो मुहैया करवाया है। यह वीडियो उसी दिन का है, जिस दिन नोएडा के गार्डन गैलेरिया मॉल में युवती के साथ तथाकथित गैंगरेप किया गया था।

आखिर क्या है पूरा मामला?
अब हम आपको बताते हैं कि इस वीडियो में क्या है? इस वीडियो में एक चिता जलाई जा रही है। अंतिम संस्कार की उस प्रक्रिया में रवि काना के साथ गैंगरेप के आरोपी आजाद नागर शामिल हैं। करीब पौने छह मिनट के इस वीडियो में आजाद नागर को साफ-साफ देखा जा सकता है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर इस वीडियो और गैंगरेप केस का ताल्लुक क्या है? बेवन नागर का दावा है कि यह वीडियो उसी तारीख और वक्त का है, जो गैंगरेप की वारदात के लिए एफआईआर में दर्ज किए गए हैं। उस दिन आजाद नागर की मां सरवती देवी का निधन हुआ था। अंतिम संस्कार के वक्त यह वीडियो बनाया गया था। बेवन नागर ने कहा, “एक कुख्यात माफिया और एक नेता मिलकर हमारे खिलाफ साजिश रच रहे हैं। इन लोगों ने पहले मेरे पति की हत्या करवाई थी। अब मेरे जेठ की हत्या करवाने की साजिश रची जा रही है।”

युवती की एफआईआर में क्या?
अब गैंगरेप का आरोप लगाने वाली युवती की एफआईआर पर नजर डालते हैं। पीड़िता ने पुलिस को बताया, "मैं नौकरी की तलाश में नोएडा आई थी। मुझे एक सहेली के माध्यम से राजकुमार नामक व्यक्ति मिला। उसने पेपर के साथ बरौला गांव बुलाया। वहां पर राजकुमार और उसका साथी मेहमी मिले। दोनों ने मुझसे कहा कि रवि हमारे सर हैं। हम आपको उनसे मिलवा देंगे और वह आपकी जॉब लगवा देंगे। मैंने उनकी बातों पर विश्वास कर लिया।" युवती ने सीआरपीसी की धारा-161 के तहत पुलिस को बयान दिया और आगे कहा, "19 जून 2023 को राजकुमार और महेमी मझे गार्डन गलेरिया मॉल लेकर गए। वहां पर राजकुमार और मेहमी के साथ कार में बैठकर गई थी। उन दोनों ने गाड़ी पार्किंग में लगा दी। वहां पर तीन लड़के आए। मुझसे उनका परिचय रवि, आजाद और विकास के रूप में करवाया गया। इन सभी के हाथों में बंदूक थीं। रवि ने मुझे गाड़ी में बैठा लिया और मेरे कपड़े उतार कर गलत काम किया। इस दौरान रवि ने वीडियो बना लिया था। मैंने विरोध किया तो उसने कहा कि हम बहुत दबंग हैं। किसी से डरते नहीं हैं। अगर यह बात किसी को बताई तो मैं तुम्हारा वीडियो वायरल कर दूंगा। मुझे और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई। जिसकी वजह से मैं काफी डरी हुई थी। अब यह लोग मुझे काफी परेशान कर रहे हैं। ब्लैकमेल करते हैं। जिसकी वजह से मैंने कोतवाली में शिकायत दी है।"

डेथ सर्टिफिकेट और वीडियो शासन को दिए
बेवन नागर ने सरवती देवी की तेरहवीं का कार्ड और रजिस्ट्रार की ओर से जारी किया गया मृत्यु प्रमाण पत्र भी पेश किया है। मृत्यु प्रमाण पत्र में डेट ऑफ डेथ 19 जून 2023 दर्ज है। यह सर्टिफिकेट 15 अगस्त 2023 को जारी किया गया है। रवि काना और उसके साथियों के खिलाफ एफआईआर 30 दिसंबर 2023 को दर्ज की गई है। कुल मिलाकर बेवन नागर के सवाल गौतमबुद्ध नगर पुलिस की परेशानी बढ़ाने वाले हैं। दूसरी तरफ करीब 20 दिन बीतने के बावजूद रवि काना गौतमबुद्ध नगर पुलिस की पकड़ से दूर है। मीडिया तमाम तरह के कयास खुद लगा रही है, पुलिस ने आज तक कोई आधिकारिक बयान या जानकारी नहीं दी है। इतना ही नहीं बेवन नागर और राजवाती नागर ने पुलिस महानिदेशक व प्रमुख सचिव को भेजे पत्रों में गंभीर सवाल खड़े किए हैं। पुलिस अफसरों, कुख्यात माफ़िया और एक नेता के गठजोड़ की जानकारी सरकार को दी है।

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