बहराइच में शांति की जिम्मेदारी : गौतमबुद्ध नगर में कमान संभाल चुकीं 2 महिला अफसरों ने संभाला मोर्चा, कौन हैं IPS वृंदा शुक्ला और IAS मोनिका रानी

UPT | बहराइच की डीएम मोनिका रानी और एसपी वृंदा शुक्ला।

Oct 15, 2024 17:18

हाल ही में जिले में भड़की हिंसा के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वह खुद एसपी वृंदा शुक्ला के साथ सड़कों पर उतरीं।  यह घटना मोनिका रानी के दृढ़ संकल्प और कर्तव्यनिष्ठा का एक और उदाहरण है।

Noida News : उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले की जिलाधिकारी (डीएम) मोनिका रानी एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हाल ही में जिले में भड़की हिंसा के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वह खुद एसपी वृंदा शुक्ला के साथ सड़कों पर उतरीं।  यह घटना मोनिका रानी के दृढ़ संकल्प और कर्तव्यनिष्ठा का एक और उदाहरण है। डीएम मोनिका रानी ने बताया कि बहराइच स्थिति पहले से बेहतर है।  

कौन हैं आईएएस मोनिका रानी 
2011 बैच की आईएएस अधिकारी मोनिका रानी ने 2010 में यूपीएससी परीक्षा में 70वीं रैंक हासिल करके अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था। लेकिन उनका सफर आसान नहीं था। गुरुग्राम, हरियाणा की रहने वाली मोनिका का जन्म 1982 में हुआ। उन्होंने बी.कॉम और अर्थशास्त्र में एम.ए. की डिग्री हासिल की। शादी के बाद वह दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में शिक्षिका बन गईं। 

'ऑपरेशन भेड़िया' भी चलाया 
मोनिका की कहानी में सबसे प्रेरणादायक पहलू यह है कि उन्होंने मां बनने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू की। जब उनका बेटा मात्र आठ महीने का था, तब उन्होंने अपने सपने को साकार करने का निर्णय लिया।  उन्होंने घर के कामों, बच्चे की देखभाल और नौकरी के बीच संतुलन बनाते हुए अपनी पढ़ाई जारी रखी। सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई, फिर स्कूल में पढ़ाना और रात को फिर से कुछ घंटे अध्ययन - यह उनका दैनिक क्रम था। मोनिका रानी के प्रशासनिक कौशल का एक उत्कृष्ट उदाहरण 'ऑपरेशन भेड़िया' है, जो उन्होंने बहराइच में भेड़ियों के खतरे से निपटने के लिए चलाया था।  

महिला सशक्तिकरण का उदाहरण
मोनिका रानी की कहानी महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है। उन्होंने साबित किया है कि चाहे परिस्थितियां कितनी भी प्रतिकूल हों, इच्छाशक्ति और कड़ी मेहनत से हर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। आज वे न केवल एक सफल प्रशासक हैं, बल्कि कई युवा महिलाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी हैं। बहराइच में वर्तमान स्थिति को देखते हुए, मोनिका रानी के नेतृत्व और प्रबंधन कौशल पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। 

कौन हैं बहराइच SP वृंदा शुक्ला 
यूपी के बहराइच हिंसा में काफी एक्टिव नजर आ रहीं एसपी वृंदा शुक्ला पंचकूला, हरियाणा की रहने वाली हैं। वह साल 2014 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। वृंदा की शुरुआती पढ़ाई पंचकूला में ही हुई। जिसके बाद पुणे के महिंद्रा यूनाइटेड वर्ल्ड कॉलेज ऑफ इंडिया से उन्होंने स्नातक की पढ़ाई की। वृंदा ने आगे की पढ़ाई लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड सोशल साइंस से की है। UPSC में सलेक्शन से पहले वृंदा शुक्ला ने अमेरिका की एक प्राइवेट फर्म में कुछ सालों तक नौकरी भी की है। UPSC की बात करें तो वृंदा ने दूसरे अटेम्ट में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की पास की थी। शुरुआत में उनका चयन आईपीएस के लिए हुआ। पहले उन्हें नागालैंड कैडर मिला था, लेकिन 2022 में कैडर बदलकर यूपी कर दिया गया। उनके पति अंकुर अग्रवाल भी यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं।

मुख्तार अंसारी की बहू को किया था गिरफ्तार
साल 2023 में वृंदा शुक्ला ने तब खूब सुर्खियां बटोरीं, जब उन्होंने मुख्तार अंसारी की बहू को गिरफ्तार किया था, उस समय वृंदा चित्रकूट क एसपी पर पर कार्यरत थीं। मामला कुछ ऐसा है कि वहां की जेल में अब्बास अंसारी बंद था। इस दौरान उसकी पत्नी निखत रोज उससे मिलने आती और 4-5 घंटे रुकती। इतना ही नहीं उसके आने-जाने की रजिस्टर में कोई एंट्री भी नहीं होती थी। इस बारे में पता लगते ही एसपी वृंदा शुक्ला ने जेल पहुंचकर औचक निरीक्षण किया और मौका मिलते ही निखत और उसके ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया। अब ऑफिसर बहराइच हिंसा के कारण एक बार फिर चर्चा में हैं।

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