त्योहारों पर रियल एस्टेट बाजार रहेगा सूखा : बेहद कम बचे हैं फ्लैट्स, बिल्डरों की उपेक्षा से खरीदार भी निराश

UPT | त्योहारों पर रियल एस्टेट बाजार रहेगा सूखा

Oct 15, 2024 22:56

त्योहारी सीजन में आमतौर पर रियल एस्टेट बाजार में खूब बिक्री होती है, लेकिन इस साल की त्योहारी तिमाही में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में मकानों की बिक्री में कमी आने की आशंका जताई जा रही है।

Short Highlights
  • महंगे मकानों की बढ़ रही डिमांड
  • ऑफरों की जरूरत हो रही खत्म
Noida News : त्योहारी सीजन में आमतौर पर रियल एस्टेट बाजार में खूब बिक्री होती है, लेकिन इस साल की त्योहारी तिमाही में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में मकानों की बिक्री में कमी आने की आशंका जताई जा रही है। नोएडा और ग्रेटर नोएडा जैसे प्रमुख बाजारों में बिना बिके मकानों की संख्या पहले से ही कम हो गई है। पिछले एक साल में कई मकान बिक चुके हैं, जिससे अब बिल्डर्स के पास नई परियोजनाओं की कमी है। इस स्थिति का सीधा असर त्योहारी सीजन में संभावित बिक्री पर पड़ सकता है, क्योंकि इस बार घर खरीदने वाले ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए बिल्डर लुभावने ऑफर भी नहीं दे रहे हैं।

मांग में आई 7 फीसदी की कमी    
एनसीआर में रियल एस्टेट में कमी का मुख्य कारण आपूर्ति की कमी है। नाइट फ्रैंक इंडिया के कार्यकारी निदेशक मुदस्सिर जैदी के अनुसार, मांग में कमी नहीं है, बल्कि नई परियोजनाओं की कमी ने बिक्री को प्रभावित किया है। पिछले साल की तीसरी तिमाही की तुलना में इस साल बिक्री में 7 फीसदी की कमी आई है। नई परियोजनाओं की संख्या में 19 फीसदी की गिरावट आई है। इस स्थिति के चलते बिल्डर्स को अपनी योजनाओं के साथ आगे बढ़ने में कठिनाई हो रही है और इसका खामियाजा खरीदारों को उठाना पड़ रहा है।



महंगे मकानों की बढ़ रही डिमांड
हालांकि बाजार में सामान्य बिक्री में कमी आ रही है, लेकिन महंगे मकानों की मांग में वृद्धि हो रही है। कई बिल्डर्स का मानना है कि इस साल त्योहारी सीजन में 1 करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाले मकानों की बिक्री में तेजी आएगी। गुरुग्राम और आस-पास के क्षेत्रों में इन महंगे प्रॉपर्टीज की संख्या अधिक है, जो ग्राहकों को आकर्षित कर सकती है। इस साल, 40,328 मकान 1 करोड़ रुपये या उससे अधिक कीमत के बिके, जिसमें से अधिकांश एनसीआर में थे।

ऑफरों की जरूरत हो रही खत्म
त्योहारों पर आमतौर पर बिल्डर्स ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए आकर्षक ऑफर देते थे, लेकिन इस बार स्थिति में बदलाव देखा जा रहा है। मनोज गौड़ के अनुसार, अब मांग अपने आप ही बढ़ रही है, जिससे ऑफरों की जरूरत कम हो गई है। पहले ऑफरों में फ्री पार्किंग, मॉड्यूलर किचन जैसी सुविधाएं दी जाती थीं, लेकिन अब प्रतिष्ठित बिल्डर्स इनसे दूरी बना रहे हैं। छोटे बिल्डर्स भी अब केवल छोटे-छोटे ऑफर जैसे सोने के सिक्के और घरेलू उपकरण प्रदान कर रहे हैं।

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