वीआईपी नंबरों का क्रेज : नोएडा में 0001 नंबर की बोली 32 लाख रुपये तक पहुंची, टूटे सभी पिछले रिकॉर्ड

UPT | वीआईपी नंबरों का क्रेज।

Oct 20, 2024 14:37

नोएडा में VIP नंबरों के प्रति लोगों की दीवानगी ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। ताज़ा मामला यूपी 16 ईपी सीरीज के 0001 नंबर का है, जिसकी बोली 32 लाख रुपये तक पहुंच गई है। शनिवार को 0001 नंबर के लिए बोली प्रक्रिया का पहला दिन था, जिसमें अब तक आठ लोग बोली लगा चुके हैं।

Noida News : नोएडा में VIP नंबरों के प्रति लोगों की दीवानगी ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है। ताज़ा मामला यूपी 16 ईपी सीरीज के 0001 नंबर का है, जिसकी बोली 32 लाख रुपये तक पहुंच गई है। इस बोली ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और इसे अब तक की सबसे ऊंची बोली माना जा रहा है। इस घटना ने शहर में चर्चा का माहौल गर्म कर दिया है, और विशेषज्ञ इस बोली को 'फेक बिड' या फर्जी बोली की संज्ञा दे रहे हैं। हालांकि, यह स्पष्टता तभी आएगी जब यह नंबर वाहन स्वामी को आवंटित हो जाएगा।


पहला दिन: बोली प्रक्रिया की शुरुआत
शनिवार को 0001 नंबर के लिए बोली प्रक्रिया का पहला दिन था, जिसमें अब तक आठ लोग बोली लगा चुके हैं। दो और दिनों की बोली का समय शेष है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि यह राशि और भी बढ़ सकती है। फिलहाल 32 लाख की सबसे ऊंची बोली के बाद किसी ने आगे बोली नहीं लगाई है। पिछले महीने भी 0001 नंबर ने रिकॉर्ड बनाया था, जब इसे 9.76 लाख रुपये में खरीदा गया था। अब इस नई बोली ने पिछली सारी ऊंचाइयों को पार कर लिया है।

अन्य आकर्षक नंबरों के लिए भी होड़
नोएडा में VIP नंबरों के लिए लोगों का उत्साह हर बार देखने को मिलता है। 0007, 0004 और 9999 जैसे अन्य आकर्षक नंबरों के लिए भी बड़ी बोली लगाई जा रही है। 0007 नंबर के लिए अब तक 9.35 लाख रुपये की बोली लगी है, जबकि 0004 नंबर के लिए 9.05 लाख रुपये और 9999 नंबर के लिए 7.87 लाख रुपये की बोली दी गई है। यह प्रतिस्पर्धा दर्शाती है कि लोगों के बीच VIP नंबरों को पाने की होड़ लगातार बढ़ रही है।

फर्जी बिडिंग की संभावना और इसके पीछे का खेल
बोली प्रक्रिया ऑनलाइन हो रही है, जिससे फर्जी बिडर्स के सक्रिय होने की आशंका बढ़ जाती है। जानकारों का कहना है कि कई बार एक ही समूह, परिवार, या कंपनी के लोग मिलकर बोली लगाते हैं। इनमें से एक व्यक्ति बेहद ऊंची बोली लगाता है, जबकि बाकी लोग कम बोली लगाते हैं। अगर सबसे ज्यादा बोली लगाने वाला व्यक्ति अंतिम समय पर रकम जमा नहीं करता है, तो नंबर दूसरे सबसे ऊंची बोली वाले को मिल जाता है। इस रणनीति से कई बार फर्जी बिडर्स बोली की कीमत बढ़ाकर असली बोली लगाने वालों को मजबूर कर देते हैं।

परिवहन अधिकारी का बयान 
परिवहन अधिकारी डॉ. सियाराम वर्मा ने इस स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कुछ लोग नियमों की ढील का फायदा उठा रहे हैं, जिससे इस प्रकार की गतिविधियां हो रही हैं। उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए शासन से सख्ती बढ़ाने की मांग की गई है, ताकि फर्जी बिडर्स पर रोक लगाई जा सके। इसके लिए सख्त नियमों और उनकी प्रभावी निगरानी की आवश्यकता है ताकि बोली प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे।

अन्य VIP नंबरों पर भी बड़ी बोली जारी
0001 नंबर के अलावा अन्य VIP नंबरों के प्रति भी लोगों की रुचि बढ़ी है। 0007, 0004 और 9999 के अलावा 0009 के लिए 5.47 लाख रुपये की बोली और 9090 के लिए 3.10 लाख रुपये की बोली लगाई गई है। VIP नंबरों के प्रति इस बढ़ती दिलचस्पी का एक कारण यह भी है कि पिछले महीने कई महंगे नंबरों की नीलामी हुई थी। इसका असर अब निविदा प्रक्रिया पर दिखाई दे रहा है, जहां लोग उच्च बोली लगाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।

VIP नंबरों की बढ़ती मांग: दिखावे की चाह या प्रतिष्ठा का प्रतीक?
नोएडा में VIP नंबरों के प्रति लोगों की बढ़ती चाहत एक दिलचस्प ट्रेंड बन गई है। कई लोग इसे प्रतिष्ठा का प्रतीक मानते हैं, जबकि कुछ लोग इसे अपनी पहचान का हिस्सा बनाना चाहते हैं। चाहे दिखावे की चाह हो या विशेष पहचान की तलाश, VIP नंबरों के लिए बड़ी रकम खर्च करने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, इस बढ़ती होड़ ने फर्जी बोली और अनियमितताओं को भी जन्म दिया है, जिससे प्रशासन के लिए चुनौतियां पैदा हो रही हैं।

इस पूरी प्रक्रिया ने एक तरफ जहां VIP नंबरों की मांग को दर्शाया है, वहीं यह भी साफ किया है कि इस क्षेत्र में पारदर्शिता और कड़े नियमों की आवश्यकता है। जैसे-जैसे बोली प्रक्रिया आगे बढ़ेगी, देखना होगा कि 0001 नंबर की यह ऊंची बोली असली साबित होती है या सिर्फ एक दिखावा बनकर रह जाती है। 

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