Karva Chauth Vrat-2024 : करवाचौथ पर चांद का दीदार कर सुहागिनों ने की पति के लंबी उम्र की कामना

UPT | करवाचौथ पर्व पर चांद का दीदार कर अपने पति को छलनी से देखतीं सुहागन महिला।

Oct 20, 2024 23:03

करवा चौथ का दिन हो और चांद महिलाओं की परीक्षा ना ले, ऐसा कम ही होता है। करवा चौथ में चंद्रमा की पूजा के बाद व्रत खोला जाता है। आसमान में बादलों का आना-जाना लगा हुआ था। महिलाएं चांद देखने को कई बार छत पर गयी।

Short Highlights
  • सोसाइटी में समूहों में महिलाओं ने की पूजा 
  • छलनी से पति के दर्शन कर खोला व्रत 
  • रात 8 बजे के बाद निकला करवा चौथ का चांद
Karva Chauth Vrat 2024 : रविवार को करवा चौथ का पर्व मेरठ सहित पूरे उत्तरी भारत में मनाया गया। करवा चौथ व्रत के माध्यम से सुहागिनों ने निर्जला व्रत रखकर आसमान के चांद का दीदार किया। उसने अपने पति की सलामती के लिए मंगलकामना की। करवा चौथ पर मेरठ में सुहागिनों ने रंग-बिरंगे परिधान पहन, आभूषण पहनकर और विविध प्रकार के श्रृंगार कर जोड़े में करवा की पूजा की। सुहागिनों ने अपने सुहाग की लंबी उम्र के लिए रविवार को करवा चौथ व्रत रखा। सुहागिनों ने निर्जला करवा चौथ का व्रत रखकर पति की सलामती, उन्नति एवं सुखमय जीवन की कामना की।

चांद निकलने से पहले पूजन-अर्चन किया
शाम को चांद निकलने से पहले पूजन-अर्चन किया और चंद्र दर्शन के बाद सुहागिनों ने व्रत तोड़ा। महिलाओं ने पति एवं अपने बड़ों का आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके एवज में पति ने अपनी पत्नी को उपहार भी दिये। करवा चौथ का व्रत रख रही महिलाओं ने चंद्रमा उदय होने के बाद विधि-विधान से पूजा-अर्चना की।  चलनी से चांद का दीदार किया। इसके बाद व्रत तोड़ते हुए पति के हाथों से ही जल व फल ग्रहण किया। करवा चौथ पर महिलाओं ने परंपरा के अनुसार सुबह श्री गणेश भगवान, शिवजी व मां पार्वती की पूजा की।

इससे अखंड सौभाग्य, यश एवं कीर्ति की प्राप्ति होती है
महिलाओं का मानना है कि इससे अखंड सौभाग्य, यश एवं कीर्ति की प्राप्ति होती है। सुहागिनों ने चंद्रमा की पूजा के बाद पति को प्रणाम किया, जिस के बदले पति ने अपनी पत्नी को आशीर्वाद दिया। पतियों ने पत्नी को पानी पिलाकर और मिठाई खिलाकर आशीर्वाद एवं उपहार दिये। सोसाइटियों में सुहागिनों ने समूह में पूजा-अर्चना की। दिनभर निर्जला व्रत रख महिलाओं ने जीवन साथी की दीर्घायु और सुखद गृहस्थ की कामना की। सुबह घरों में शिव-पार्वती व गणेश की पूजा की।

करवा का सेट, पूजन सामग्री, फूलों की खरीदारी
शाम को हर किसी को चांद निकलने का इंतजार रहा। चांद का दीदार होने के बाद सुहागिनों ने चांद की पूजा व अर्घ्य देकर छलनी से जीवनसाथी का चेहरा देखा। करवा चौथ के लिए महिलाओं में काफी उत्साह रहा। सुबह से ही घरों में त्योहार की तैयारियां शुरू हो गयी थी। पूजा की तैयारी के लिए करवा का सेट, पूजा के लिए पूजन सामग्री और फूलों की खूब खरीदारी हुई।

हमेशा की तरह चांद ने करवाया इंतजार
करवा चौथ का दिन हो और चांद महिलाओं की परीक्षा ना ले, ऐसा कम ही होता है। करवा चौथ में चंद्रमा की पूजा के बाद व्रत खोला जाता है। आसमान में बादलों का आना-जाना लगा हुआ था। महिलाएं चांद देखने को कई बार छत पर गयी। वहीं, फोन कॉल्स व व्हाटसप के माध्यम से भी दोस्त और रिश्तेदारों में चांद निकलने के समय पर चर्चा होती रही। रात 8 बजे के बाद चाँद का दीदार हुआ और गलियों में पटाखे छूटने लगे।

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