नोएडा एयरपोर्ट से बड़ी अपडेट : 7 बड़े सवालों का मिला जवाब, हाई लेवल बैठक में हुआ समाधान

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Oct 02, 2024 16:41

जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से संबंधित सबसे बड़े सवालों के जवाब मिल गए हैं। ये 7 सवाल लंबे समय से लोगों के मन में थे और मंगलवार को हुई एक हाई लेवल बैठक में इन सभी का समाधान किया गया।

Short Highlights
  • हाई लेवल बैठक में जेवर एयरपोर्ट पर विशेष चर्चा
  • 6,200 हेक्टेयर में फैलेगा एयरपोर्ट
  • एयरपोर्ट के रनवे की विस्तृत रिपोर्ट 10 अक्तूबर तक
Greater Noida News : जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से संबंधित सबसे बड़े सवालों के जवाब मिल गए हैं। ये 7 सवाल लंबे समय से लोगों के मन में थे और मंगलवार को हुई एक हाई लेवल बैठक में इन सभी का समाधान किया गया। बैठक में उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों के साथ केंद्र सरकार के कई दिग्गज मौजूद थे। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ समेत अन्य अधिकारियों ने भी भाग लिया, जिससे सभी मुद्दों को स्पष्ट किया गया और स्थिति को स्पष्ट किया गया।
 


7 सवाल और उनके जवाब
1-आईएलएस कैलिब्रेशन (Instrument Landing System) : चार से छह अक्तूबर तक डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) की टीमों द्वारा यह कार्य पूरा किया जाएगा।

2-रनवे रिपोर्ट : एयरपोर्ट के रनवे की विस्तृत रिपोर्ट 10 अक्तूबर तक प्रस्तुत की जाएगी।  

3-कैलिब्रेशन सर्टिफिकेट : कैलिब्रेशन का सर्टिफिकेट 15 अक्तूबर तक जारी होगा।

4-डीजीसीए प्रस्तुतिकरण : डीजीसीए के समक्ष प्रस्तुतिकरण 15 नवंबर को किया जाएगा।

5-ट्रायल अप्रूवल : ट्रायल के लिए डीजीसीए से मंजूरी 25 नवंबर तक मिलने की संभावना है।

6-एयरोड्रोम लाइसेंस : दिसंबर में एयरोड्रोम लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाएगा, जो 90 दिनों के भीतर, यानी मार्च तक प्राप्त हो सकता है।

7-एआईपी पब्लिकेशन : एयरपोर्ट की जानकारी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट अथॉरिटी को 6 फरवरी को एआईपी (एरोनॉटिकल इंफॉर्मेशन पब्लिकेशन) के माध्यम से दी जाएगी।

समय पर लाइसेंस नहीं मिला तो उड़ानें होंगी स्थगित
नोएडा एयरपोर्ट के संचालन में एक महत्वपूर्ण चुनौती सामने आई है। यदि एयरपोर्ट निर्माण कंपनी 17 अप्रैल तक सभी उड़ान संबंधी आवश्यक कार्य पूरे नहीं कर पाती और निर्धारित समय पर लाइसेंस प्राप्त नहीं होता, तो उड़ान संचालन 17 अप्रैल के बाद 6 महीने के लिए टल सकता है। उड़ान शुरू करने के नियमों के तहत, अंतरराष्ट्रीय प्रक्रियाओं को उड़ान संचालन से 70 दिन पहले पूरा करना अनिवार्य है, जिससे समय की कमी और भी गंभीर हो जाती है।

6,200 हेक्टेयर में फैलेगा एयरपोर्ट
उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए भूमि के विस्तार की मंजूरी दे दी है, जिसके तहत अब यह एयरपोर्ट 6,200 हेक्टेयर भूमि पर विकसित होगा। नोएडा एयरपोर्ट का निर्माण चार चरणों में किया जाएगा और बाकी जमीन पर सिविल एविएशन हब स्थापित किया जाएगा। यह खास बात है कि सिविल एविएशन हब भी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की चारदीवारी के भीतर बनाया जाएगा, जिससे इस परियोजना की महत्ता और बढ़ जाएगी।

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