लोटस 300 परियोजना में ठगी का खुलासा : ईडी को रिपोर्ट भेजी, छह कंसोर्टियम कंपनियों सहित आठ अधिकारियों पर संदेह

UPT | Noida Authority

Oct 29, 2024 14:27

लोटस 300 परियोजना में हुई ठगी के खुलासे के बाद नोएडा अथॉरिटी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट भेज दी है। हैसिंडा ने परियोजना के लिए लीज पर दी गई भूमि का 40% हिस्सा एक अन्य कंपनी...

Noida News : नोएडा में हैसिंडा प्रॉजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड की विवादित लोटस 300 परियोजना में हुई ठगी के खुलासे के बाद नोएडा अथॉरिटी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट भेज दी है। रिपोर्ट में हैसिंडा के साथ जुड़े छह कंसोर्टियम कंपनियों और 2010 से 2016 के बीच परियोजना से जुड़े आठ वरिष्ठ अधिकारियों की संदिग्ध भूमिका का भी उल्लेख है। नोएडा अथॉरिटी ने इस रिपोर्ट में स्वीकार किया है कि हैसिंडा ने परियोजना के लिए लीज पर दी गई भूमि का 40% हिस्सा एक अन्य कंपनी को बेच दिया था, जिससे 236 करोड़ रुपये प्राप्त किए गए थे।



कैसे हुआ करोड़ों का गोलमाल
यह परियोजना 31 मार्च 2010 को नोएडा के सेक्टर-107 में हैसिंडा प्रॉजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड को 67,241 वर्ग मीटर भूमि के आवंटन के साथ शुरू हुई थी। इस भूमि को हैसिंडा प्रॉजेक्ट के नेतृत्व वाली छह कंपनियों के कंसोर्टियम ने खरीदा था। परियोजना के दौरान कंपनी के निदेशक निर्मल सिंह, सुरप्रीत सिंह सूरी और विदुर भारद्वाज थे। कंपनी ने नोएडा अथॉरिटी को लीज की रकम किश्तों में चुकाई। जिसका अंतिम भुगतान 25 मार्च 2020 को 27.69 करोड़ रुपये के रूप में किया गया।

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आठ अधिकारियों पर गिरेगी गाज!
ईडी को भेजी गई रिपोर्ट में आठ वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका को संदिग्ध बताया गया है, जिनमें से तीन अधिकारी रिटायर हो चुके हैं। जिनमें पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह भी शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार यह अधिकारी वर्ष 2010 से 2016 के बीच परियोजना से जुड़े रहे और उनके खिलाफ जांच चल रही है। इस रिपोर्ट के बाद ईडी अब इस बात की जांच करेगी कि कंपनी द्वारा बेची गई भूमि से मिले 236 करोड़ रुपये के वितरण में किन-किन अधिकारियों की संलिप्तता थी।

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