बदलता उत्तर प्रदेश : नोएडा में दिल्ली के कनॉट प्लेस जैसा सिटी सेंटर बनाने की तैयारी, अंडरपास से जुड़ेंगे दो बिजनेस सेंटर

UPT | कनॉट प्लेस

Sep 13, 2024 20:56

देश की राजधानी दिल्ली के कनॉट प्लेस से प्रेरित होकर नोएडा के सेक्टर 25ए और 32ए को व्यावसायिक केंद्रों के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है।

Short Highlights
  • नोएडा में दिल्ली के कनॉट प्लेस जैसा सिटी सेंटर बनाने की तैयारी
  • नोएडा के सेक्टर 25ए और 32ए को व्यावसायिक केंद्रों के रूप में विकसित करने की योजना
  • अंडरपास को 2-2 लेन का बनाने की योजना पर विचार किया जा रहा है
Noida News : देश की राजधानी दिल्ली के कनॉट प्लेस से प्रेरित होकर नोएडा में दो बड़े बिजनेस सेंटर विकसित करने की योजना पर काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के अंतर्गत नोएडा के सेक्टर 25ए और 32ए को व्यावसायिक केंद्रों के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई है। इन दोनों सेक्टरों को एक अंडरपास के माध्यम से जोड़ा जाएगा, जो एमपी-2 रोड पर एलिवेटेड रोड के नीचे से होकर गुजरेगा। यह अंडरपास विशेष रूप से इन दोनों सेक्टरों को कनेक्ट करने के लिए ही बनाया जाएगा, ताकि व्यावसायिक गतिविधियों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सके और दोनों क्षेत्रों के बीच सुगम यातायात की सुविधा हो।

परियोजना की विशेषताएं
नोएडा प्राधिकरण द्वारा प्रस्तावित इस परियोजना के तहत सेक्टर 25ए और 32ए को एक प्रमुख व्यावसायिक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां बैंक, मॉल, मीटिंग हॉल जैसी सुविधाएं एक ही परिसर में उपलब्ध होंगी, जिससे व्यावसायिक माहौल को और अधिक सुदृढ़ किया जा सकेगा। इस विकास योजना का प्रमुख उद्देश्य नोएडा को एक ऐसा व्यावसायिक हब बनाना है, जहां बड़े पैमाने पर व्यावसायिक गतिविधियों का संचालन आसानी से हो सके।

परियोजना का मास्टर प्लान
प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, इन दोनों सेक्टरों के बीच से मास्टर प्लान रोड नंबर-2 की मुख्य सड़क गुजरती है, जिसके ऊपर एलिवेटेड रोड पहले से ही मौजूद है। यह एलिवेटेड रोड सेक्टर-18 और सेक्टर-60 को जोड़ता है। इस सड़कीय ढांचे के नीचे से ही दोनों सेक्टरों को जोड़ने वाला अंडरपास बनाया जाएगा। अंडरपास के जरिए सेक्टरों के बीच आवागमन आसान हो जाएगा और सिटी सेंटर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में जाने में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी। अधिकारियों का कहना है कि इस अंडरपास को 2-2 लेन का बनाने की योजना पर विचार किया जा रहा है, ताकि यातायात की कोई समस्या न हो।

आर्किटेक्ट चयन की प्रक्रिया
परियोजना के अगले चरण में आर्किटेक्ट का चयन होना बाकी है, जो पूरे प्लान का डिजाइन तैयार करेगा। नोएडा अथॉरिटी के एसीईओ संजय खत्री ने बताया कि दोनों सेक्टरों को सिटी सेंटर के रूप में विकसित करने की योजना पर काम तेज हो गया है। आर्किटेक्ट के चयन के बाद योजना का डिज़ाइन तैयार होगा और उसे प्राधिकरण के अधिकारियों और बोर्ड से अनुमोदित किया जाएगा। यह ज़मीन पहले से ही मास्टर प्लान में व्यावसायिक उपयोग के लिए चिह्नित है, क्योंकि यह शहर के बीचों-बीच स्थित है और यहां से नोएडा के चारों दिशाओं में कनेक्टिविटी भी है।

पुरानी योजना में बदलाव
मालूम हो कि मार्च 2011 में नोएडा प्राधिकरण ने 6,14,000 वर्ग मीटर जमीन वेब बिल्डर को आवंटित की थी, लेकिन कंपनी ने समय के साथ काफी ज़मीन सरेंडर कर दी। अब नोएडा प्राधिकरण के पास सेक्टर 25ए और 32ए में लगभग साढ़े चार लाख वर्ग मीटर जमीन खाली है, जिसे सिटी सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। इस क्षेत्र को कनॉट प्लेस की तर्ज पर एक व्यावसायिक और मनोरंजन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना है।

मिश्रित उपयोग वाली सुविधाएं
प्राधिकरण की योजना इस क्षेत्र को एक बड़े पैमाने पर मिश्रित उपयोग वाले विकास केंद्र के रूप में विकसित करने की है। इसमें मार्केट, मॉल, मल्टीप्लेक्स, पार्किंग, होटल, एम्यूजमेंट पार्क, कॉन्फ्रेंस हॉल, ऑफिस, बैंक, और घूमने-फिरने के लिए विस्तृत क्षेत्र की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस विकास योजना का उद्देश्य एक ऐसा वातावरण तैयार करना है जहां व्यावसायिक गतिविधियों के साथ-साथ मनोरंजन और सार्वजनिक सुविधाओं का भी ध्यान रखा जाए।

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