ऑथर Priya Sharma

दो बड़ी टेक कंपनियों की योजना : यूपी में 10 से 15 हजार नई नौकरियों की बहार

UPT | प्रतीकात्मक फोटो

Jul 16, 2024 21:27

दो प्रमुख टेक कंपनियां-जेनपैक्ट और सिफी-राज्य में लगभग 10,000 से 15,000 नई नौकरियां बहाल करने की  योजना बना रही हैं। इन दोनों कंपनियों द्वारा 400 करोड़ से 800 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।

Short Highlights
  • आईटी और आईटीईएस क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा
  • कंपनियों द्वारा 400 करोड़ से 800 करोड़ रुपये का निवेश
  • कंपनियों का छोटे शहरों की ओर रुख 
Noida Desk : उत्तर प्रदेश में आईटी क्षेत्र के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। दो प्रमुख टेक कंपनियां - जेनपैक्ट और सिफी - राज्य में लगभग 10,000 से 15,000 नई नौकरियां बहाल करने की योजना बना रही हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने आईटी और आईटीईएस क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक उत्कृष्ट नीति तैयार की है।

800 करोड़ रुपये का निवेश
सूत्रों के अनुसार, इन दोनों कंपनियों द्वारा 400 करोड़ से 800 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। जेनपैक्ट इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के पास एक प्लग एंड प्ले कार्यालय की तलाश में है, जबकि सिफी गोमतीनगर एक्सटेंशन में अपना कार्यालय स्थापित करने की योजना बना रही है। इसके अलावा, फ्रांसीसी बहुराष्ट्रीय कंपनी टेलीपरफॉर्मेंस एसई भी नोएडा और लखनऊ में अपने व्यवसाय का विस्तार करने पर विचार कर रही है।

कंपनियों का छोटे शहरों की ओर रुख 
आईटी कंपनियां अब टियर-2 और छोटे शहरों की ओर रुख कर रही हैं। इसके पीछे कई कारण हैं जैसे बुनियादी ढांचे के निर्माण और रखरखाव पर कम खर्च, कर्मचारियों के लिए बेहतर कार्य-जीवन संतुलन, और कम टर्नओवर दर।उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि कॉग्निजेंट, इंफोसिस और एक्सेंचर जैसी कंपनियां इस प्रवृत्ति का नेतृत्व कर रही हैं। जयपुर, पुणे, कोयंबटूर और लखनऊ जैसे शहर आईटी निवेश के लिए मजबूत दावेदार के रूप में उभर रहे हैं।

आईटी और आईटीईएस की भूमिका
उत्तर प्रदेश सरकार ने आईटी और आईटीईएस क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक उत्कृष्ट नीति तैयार की है। राज्य का लक्ष्य है कि वह एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था तक पहुंचे, जिसमें आईटी और आईटीईएस सेवाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। वर्तमान में, उत्तर प्रदेश देश में सॉफ्टवेयर निर्यात में छठे स्थान पर है और इस क्षेत्र में 1.1 मिलियन से अधिक लोगों को नौकरी प्रदान करता है। राज्य का लक्ष्य है कि यह आईटी और आईटीईएस निर्यात को बढ़ाकर 2028 तक 3.86 लाख करोड़ और 1.96 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाए। यह निवेश न केवल रोजगार के अवसर पैदा करेगा, बल्कि उत्तर प्रदेश को एक मुख्य आईटी हब के रूप में विकसित करेगा।

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