ग्लोबल लीडर्स ने भारत के विजन को सराहा : सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग बूस्ट को तैयार कंपनियां, बताया विश्व की जरूरत

UPT | ग्लोबल लीडर्स ने भारत के विजन को सराहा

Sep 11, 2024 16:34

भारत अब दुनिया में केवल एक ग्लोबल लीडर ही नहीं, बल्कि मार्केट की सबसे महत्वपूर्ण जरूरत, यानी सप्लाई चेन के क्षेत्र में भी एक प्रमुख शक्ति बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।

Short Highlights
  • इंडस्ट्री के दिग्गजों ने सराही नीति
  • सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग बूस्ट को तैयार
  • इनोवेशन, डेमोक्रेसी और ट्रस्ट का समझा महत्व
Noida News : भारत अब दुनिया में केवल एक ग्लोबल लीडर ही नहीं, बल्कि मार्केट की सबसे महत्वपूर्ण जरूरत, यानी सप्लाई चेन के क्षेत्र में भी एक प्रमुख शक्ति बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। आज पूरी दुनिया भारत को न केवल सेमीकंडक्टर विनिर्माण के क्षेत्र में अग्रणी बनते देखना चाहती है, बल्कि वैश्विक सप्लाई चेन में उसकी प्रमुख भूमिका को लेकर न केवल आश्वस्त है, बल्कि इसके लिए हर संभव समन्वय भी करने के लिए प्रतिबद्ध है। बुधवार को ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में आयोजित सेमीकॉन इंडिया 2024 में, सेमीकंडक्टर सेक्टर के ग्लोबल लीडर्स ने इन्हीं मुद्दों पर सबसे ज्यादा ध्यान केंद्रित किया। साथ ही, पूरी दुनिया को ग्रोथ के लिए 'मोदी लॉ' पर ध्यान देने की सलाह दी। यह 'मोदी लॉ' दरअसल पीएम मोदी की नीतियों को संदर्भित करता है, जो किसी भी उद्योग के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं। सेमीकंडक्टर क्षेत्र में एक्सपोनेंशियल ग्रोथ के अवसर हैं और पीएम मोदी का विजन इस पर सबसे अधिक फोकस करता है। यही बात ग्लोबल लीडर्स ने भी सराही और इसे प्राथमिकता दी।

इंडस्ट्री के दिग्गजों ने सराही नीति
सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में वैश्विक सहयोग की दिशा में काम कर रहे ग्लोबल एसोसिएशन सेमी के प्रेसीडेंट और सीईओ अजीत मनोचा ने कहा कि यह अकल्पनीय और अद्भुत है। सेमीकॉन कई देशों में आयोजित हो चुके हैं, लेकिन भारत में यह पहला संस्करण है और अन्य देशों की तुलना में यह चार से पांच गुना बड़ा आयोजन है। यह भारत की अद्वितीय क्षमताओं को दर्शाता है। उन्होंने जोर दिया कि सभी सीईओ और बिजनेस लीडर्स इस बात पर सहमत हैं कि भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण और सप्लाई चेन को बढ़ावा मिलना चाहिए। यह भारत की नेतृत्व क्षमता और विजन के कारण संभव हो सका है, जिसने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। हमें मोदी लॉ की बात करनी होगी। मोदी लॉ एक्सपोनेंशियल ग्रोथ पर फोकस करता है। हमें इस विजन को साकार करना होगा क्योंकि यह न केवल भारत, बल्कि पूरी मानवता की उन्नति का मार्ग है। सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में होने वाली उपलब्धियां पूरे इंडस्ट्री सेक्टर में सफलता के द्वार खोलेंगी।

सेमीकंडक्टर मिशन पर तेजी से काम
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के सीईओ डॉ. रणधीर ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी ने देश के पहले कॉमर्शियल फैब का धोलेरा, गुजरात में और देश की पहली इंडिजीनियस ओसीइएट इंडस्ट्री का जगीरोड़, असम में फाउंडेशन स्टोन रखा। ये दोनों प्रोजेक्ट भारत सरकार से रिकॉर्ड समय में स्वीकृत हुए हैं, जिसने एक बेंचमार्क स्थापित किया है। यह भारत के सेमीकंडक्टर मिशन के अंतर्गत संभव हुआ। चिप कंडक्टर के निर्माण से हजारों सोफेस्टिकेटेड सेमीकंडक्टर पार्टनर्स की जरूरत होती है, जो टीम की तरह काम करती है। चिप निर्माण में कुल 11 महत्वपूर्ण घटक शामिल हैं, जिनमें डिजाइन, सोशल इंफ्रास्ट्रक्चर और लॉजिस्टिक्स महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत सरकार की पहल से ये सभी जरूरी 11 इकोसिस्टम के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शामिल हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि है। हमें सभी पार्टनर्स के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध रहना होगा, जैसे एक टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम काम करती है। यह पीएम मोदी के ग्लोबल रीच, विजन और सेमीकंडक्टर मिशन के कारण ही संभव हो पाया है। टाटा ने पहले देश में स्टील इंडस्ट्री लाई और अब हम देश में सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम विकसित करने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। इस प्रक्रिया से हम पचास हजार रोजगार उपलब्ध कराने में सक्षम हो सकेंगे, और प्रत्येक सेमीकंडक्टर संबंधित नौकरी अपने साथ 10 अन्य रोजगार के अवसर भी उत्पन्न करेगी। यही सही समय है, भारत का अनमोल समय है।

इनोवेशन, डेमोक्रेसी और ट्रस्ट का महत्व
एनएक्सपी सेमीकंडक्टर्स के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और सीईओ कर्ट सीवर्स ने कहा कि एंबीशन, ट्रस्ट और कोलैबोरेशन ये तीन प्रमुख तत्व हैं जिनके माध्यम से सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में सफलता प्राप्त की जा सकती है। यह एक स्प्रिंट नहीं बल्कि मैराथन है। हमारी भारत में पिछले पचास वर्षों की उपस्थिति है और पिछले कुछ वर्षों में हुआ बदलाव अकल्पनीय है। यह भारत को आर्थिक दृष्टि से समृद्ध और ताकतवर बना रहा है। इनोवेशन, डेमोक्रेसी और ट्रस्ट वे मैजिक मंत्र हैं जिनके आधार पर देश की उद्योग प्रगति कर रही है। हम भारत में हैं, भारत के साथ हैं और प्रतिबद्ध हैं।

रेनेसॉ इलेक्ट्रॉनिक्स ने भी बताया विजन
दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ऑटोमोटिव सेमीकंडक्टर कंपनी और विश्व की सबसे बड़ी माइक्रोकंट्रोलर सप्लायर के रूप में प्रसिद्ध रेनेसॉ इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन के प्रेसीडेंट और सीईओ हितोशी शिबाता ने कहा कि रेनेसॉ इलेक्ट्रॉनिक्स जापान, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इंबेडेड सेमीकंडक्टर सॉल्यूशंस प्रोवाइडर हैं। हमें भारत में पहला प्लांट स्थापित करने में सफलता मिली है। हम बेंगलुरु, दिल्ली, नोएडा और हैदराबाद में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहे हैं। हमने दुनिया का पहला 300 मिलीमीटर कॉमर्शियल सेमीकंडक्टर पाथ बनाया था। हमें सेमीकंडक्टर टेक्नोलॉजी की जटिलताओं की अच्छी जानकारी है। हम भारत के इस सपने को साकार करने में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं और मोदी लॉ को वास्तविकता बनाने पर काम करेंगे।

आईमैक सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग बूस्ट को तैयार
सेमीकंडक्टर्स के क्षेत्र में दुनिया के सबसे बड़े रिसर्च एंड डेवलपमेंट हब के तौर पर प्रसिद्ध आईमैक के प्रेसीडेंट और सीईओ, लूकवॉडन हॉल ने कहा कि हम भारत की सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग को बूस्ट करने के लिए तैयार हैं। आईमैक स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप के लिए तैयार है। यह केवल भारत के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए जरूरी है क्योंकि एक विश्वसनीय सप्लाई चेन चाहिए, जिसे दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत ही प्रस्तुत कर सकता है।

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