बड़ी खबर : यमुना एक्सप्रेसवे पर नहीं दौड़ेंगे ट्रैक्टर-ट्रॉली, सीईओ ने जेपी कंपनी को लिखी चिठ्ठी, जानिए क्यों लिया इतना बड़ा फैसला

UPT | यमुना एक्सप्रेसवे

May 24, 2024 14:55

यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह को लगी तो उन्होंने तत्काल बाद एक्शन लिया। उन्होंने यमुना एक्सप्रेसवे का संचालन करने वाली...

Greater Noida News : शुक्रवार की सुबह यमुना एक्सप्रेसवे पर एक हादसा हुआ। इस हादसे में ट्रैक्टर-ट्रॉली के पीछे एक कार घुस गई हालांकि, शुक्र है कि कार में सवार मां-बेटी की जान बच गई। इसकी जानकारी यमुना विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरुणवीर सिंह को लगी तो उन्होंने तत्काल बाद एक्शन लिया। उन्होंने यमुना एक्सप्रेसवे का संचालन करने वाली जेपी कंपनी को पत्र लिखा है और ट्रैक्टर-ट्रॉली जैसे वाहनों को प्रतिबंध लगाने के लिए कहा गया है। इसके अलावा दोपहिया वाहन पर भी रोक लगाने के लिए पत्र में जिक्र किया गया है। 

सीईओ को मिली हादसे की जानकारी
डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि शुक्रवार की सुबह उन्हें एक हादसे की सूचना मिली। बताया गया कि यमुना एक्सप्रेसवे पर एक ईंट से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली जा रही थी। ट्रैक्टर-ट्रॉली में पीछे से एक तेज रफ़्तार कार घुस गई। गाड़ी में मां-बेटी सवर थे। हालांकि, गाड़ी में सेफ्टी के बेहतर इंतजाम थे। इसलिए दोनों की जान बच गई। 

सीईओ ने लिखी जेपी कंपनी चिट्ठी
सीईओ ने आगे बताया कि यमुना एक्सप्रेसवे की टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों को क्षतिग्रस्त गाड़ी से बाहर निकाला और अस्पताल में एडमिट करवाया। दोनों की स्थिति सामान्य है और खतरे से बाहर है। गाड़ी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे, इसलिए जान बच गई। अगर ऐसा नहीं होता तो बड़ा हादसा हो सकता था। उन्होंने इस मुद्दे को ध्यानपूर्वक समझा और तुरंत जेपी इंफ्राटेक को चिट्ठी लिखी।

"एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर-ट्रॉली प्रतिबंध होंगे"
डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि जेपी कंपनी के द्वारा यमुना एक्सप्रेसवे का संचालन किया जा रहा है। आगामी वर्ष 2036 तक इस एक्सप्रेसवे का संचालन जेपी कंपनी के द्वारा ही किया जाएगा। इसलिए रोड सेफ्टी और तमाम चीजों को लेकर जो बंदोबस्त किए जाते हैं, वह जेपी के हैं। इसी वजह से उन्होंने जेपी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि यमुना एक्सप्रेसवे पर दोपहिया वाहन और कृषि वाहन जैसे ट्रैक्टर-ट्रॉली प्रतिबंध होने चाहिए। इन पर तत्काल रोक लगनी चाहिए। इस फैसले से हादसों की संख्या में कमी आएगी।

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