Ghaziabad News : डेंगू ने बदला स्वरूप, उल्टी-दस्त कर रहा परेशान; दिखें ये लक्षण...तुरंत पहुंचें डॉ. के पास

फ़ाइल फोटो | जिला अस्पताल के वार्ड में भर्ती मरीज।

Nov 18, 2024 15:07

प्लेटलेट्स घटने संग मरीजों को उल्टी-दस्त की शिकायत हो रही है। बुखार भी काफी तेज आ रहा है। इससे मरीजों को भर्ती करने की नौबत आ रही है।

Short Highlights
  • प्लेटलेट्स घटने के साथ उल्टी-दस्त की शिकायत
  • डेंगू बुखार में ये लक्षण पहली बार दिखाई दे रहे
  • लक्षण डेंगू-चिकनगुनिया के, लेकिन रिपोर्ट निगेटिव
Ghaziabad News : इस बार डेंगू बुखार ने स्वरूप बदल लिया है। डेंगू मरीज उल्टी-दस्त से परेशान हैं। चिकित्सकों ने सलाह दी है कि अगर ऐसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉ. से सलाह लें। गाजियाबाद में लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं। इस बार बुखार ने अपना स्वरूप बदला है। प्लेटलेट्स घटने संग मरीजों को उल्टी-दस्त की शिकायत हो रही है। बुखार भी काफी तेज आ रहा है। इससे मरीजों को भर्ती करने की नौबत आ रही है।

बुखार में ये लक्षण पहली दफा देखे जा रहे हैं
डॉक्टरों का कहना है कि बुखार में ये लक्षण पहली दफा देखे जा रहे हैं। सभी लक्षण डेंगू-चिकनगुनिया के हैं, मगर रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। गाजियाबाद सीएमओ डॉक्टर ​अखिलेश मोहन के मुताबिक, डेंगू के कुछ मरीजों में उल्टी-दस्त के लक्षण मिले हैं। 

विशेषज्ञ बोले, कुछ मरीजों में नए लक्षण दिखे
उन्होंने बताया कि कोई भी वायरस खुद को म्यूटेट करता रहता है। यही कारण है कि मरीजों में नए लक्षण दिखाई दे रहे हैं। जरूरी नहीं है हर मरीज में ऐसे लक्षण आएं। ये म्यूटेशन के कारण होता है।

लक्षण दिखने पर न करें लापरवाही
उन्होंने बताया कि बुखार आने पर लापरवाही न बरतें और तुरंत खून की जांच करवाएं। डेंगू का बुखार अधिक दिन तक बना रहता है। इससे मांसपेशियों में दर्द भी होता है। डेंगू का बुखार दिमाग पर भी असर डालता है।

एक हफ्ते पहले तेज बुखार आया
लोनी निवासी राहुल को एक हफ्ते पहले तेज बुखार आया। उन्होंने जिला अस्पताल की ओपीडी में दिखाया। डॉक्टर ने जांच कराई तो डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आई। बुखार आने के दो से तीन दिन बाद उन्हें उल्टी और दस्त शुरू हो गए।। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

सभी जांच निगेटिव आईं
लोहिया नगर की रहने वाली सविता बुखार से पीड़ित थी। डेंगू-चिकनगुनिया, मलेरिया व टॉयफाइड की जांच कराई। सभी जांच निगेटिव आईं। सविता की प्लेटलेट्स 60 हजार पहुंच गई। दवाएं खाने से बुखार उतर जाता। दवा का असर कम होने पर बुखार चढ़ जाता है। तीन दिन बाद बुखार के साथ दस्त शुरू हो गए। ऐसे में अस्पताल में भर्ती करने की नौबत आ गई। इस तरह के और भी कई केस हैं जिनमें मरीज को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ रहा है। 

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