एनसीआर में यात्रियों को बड़ी राहत : गुरुग्राम-ग्रेटर नोएडा का सफर अब सिर्फ 25 मिनट में, RRTS कॉरिडोर को मिली मंजूरी

UPT | Rapid Rail

Nov 18, 2024 18:19

गुरुग्राम को ग्रेटर नोएडा से जोड़ने की योजना बनाई गई है, जिससे दोनों शहरों के बीच यातायात की भीड़ को कम करने और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी...

Short Highlights
  • गुरुग्राम-नोएडा रैपिड रेल को हरी झंडी
  • तीन घंटे का सफर घटकर होगा 25 मिनट
  • 8 स्टेशनों से जुड़ेंगे शहर
Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा से गुरुग्राम तक यात्रा करने वाले लाखों लोगों को अक्सर घंटों ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है। इस समस्या का समाधान करने के लिए, एनसीआर क्षेत्र में आवाजाही को सुगम बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं बनाई जा रही हैं। सड़कों और ओवरब्रिज का निर्माण तेजी से किया जा रहा है, वहीं मेट्रो नेटवर्क का भी विस्तार किया जा रहा है। इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) है, जिसे दिल्ली को मेरठ से जोड़ने के लिए बनाया गया है। अब, इसी नेटवर्क का विस्तार करते हुए गुरुग्राम को ग्रेटर नोएडा से जोड़ने की योजना भी बनाई गई है, जिससे दोनों शहरों के बीच यातायात की भीड़ को कम करने और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।

बैठक में हुई चर्चा
दरअसल, हाल ही में, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और आवास और शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच एक बैठक हुई, जिसमें गुरुग्राम-ग्रेटर नोएडा RRTS कॉरिडोर के निर्माण पर सहमति बनी। बैठक में इस कॉरिडोर के अलावा, गुरुग्राम मेट्रो विस्तार और अन्य मेट्रो परियोजनाओं पर भी चर्चा की गई। इस RRTS कॉरिडोर में रैपिड रेल की गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जिससे गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा के बीच यात्रा केवल 25 मिनट में पूरी हो सकेगी। इस तेजी से यात्रा करने की क्षमता से दोनों शहरों के बीच के सफर को बेहद आसान और सुविधाजनक बनाया जाएगा।



रूट पर बनाए जाएंगे आठ स्टेशन
गुरुग्राम-ग्रेटर नोएडा RRTS कॉरिडोर की लंबाई लगभग 60 किलोमीटर होगी। यह कॉरिडोर गुरुग्राम के राजीव चौक को नोएडा के सेक्टर-142 और ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर से जोड़ने का काम करेगा। इस योजना के तहत, फरीदाबाद, गुरुग्राम और नोएडा जैसे प्रमुख केंद्रों के बीच यात्रा करना और भी आसान हो जाएगा। इस रूट पर आठ स्टेशन बनाए जाने की योजना है, जिसमें फरीदाबाद का बाटा चौक भी शामिल है। इस परियोजना पर लगभग 15,000 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है और इसका लक्ष्य न केवल यातायात का दबाव कम करना है, बल्कि वायु प्रदूषण को भी नियंत्रित करना है।

अन्य परियोजनाओं पर भी हुई चर्चा
इस योजना के अलावा, अन्य प्रमुख परिवहन परियोजनाओं पर भी चर्चा हुई है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली में एक बैठक में आरआरटीएस नेटवर्क को आगे बढ़ाने की योजना पर विचार किया। इस चर्चा में प्रमुख परियोजनाओं में सराय काले खां से करनाल गुरुग्राम मेट्रो के बादसा तक विस्तार और IGI हवाई अड्डे को गुरुग्राम, फरीदाबाद और जेवर हवाई अड्डे के साथ जोड़ने की योजना भी शामिल थी। इसके अलावा, राजस्थान के धारूहेड़ा, बावल और शाहजहांपुर तक आरआरटीएस नेटवर्क के विस्तार की भी संभावना पर मंथन किया जा रहा है।

आरआरटीएस के विस्तार के प्रस्ताव पर विचार
इसके अलावा, हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम सेक्टर-56 से पंचगांव तक मेट्रो विस्तार के लिए केंद्र सरकार से फंडिंग का प्रस्ताव भेजा है। इसके अलावा, दिल्ली के सराय काले खां से राजस्थान के धारूहेड़ा, बावल और शाहजहांपुर तक आरआरटीएस के विस्तार के प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है। वर्तमान में, ग्रेटर नोएडा से गुरुग्राम तक सड़क मार्ग से यात्रा करने में डेढ़ से तीन घंटे का समय लग सकता है और यह समय ट्रैफिक की स्थिति पर निर्भर करता है। यह नया आरआरटीएस कॉरिडोर नौकरी पेशा लोगों और छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा बनेगा, जिससे उनका समय बच सकेगा और यात्रा करना अधिक सुविधाजनक हो जाएगा।

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