नहीं रहे पूर्व IAS एसएम खान : दिल्ली के निजी अस्पताल में ली अंतिम सांस, अब्दुल कलाम के रह चुके सचिव

UPT | नहीं रहे पूर्व IAS एसएम खान

Nov 18, 2024 13:24

भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के पूर्व अधिकारी और भारतीय प्रशासनिक एवं मीडिया जगत के जाने-माने व्यक्तित्व एस.एम. खान का रविवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 67 वर्ष...

Bulandshahr News : भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के पूर्व अधिकारी और भारतीय प्रशासनिक एवं मीडिया जगत के जाने-माने व्यक्तित्व एस.एम. खान का रविवार को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 67 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। खान ने अपने करियर में कई अहम भूमिकाएं निभाईं। जिनमें पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के प्रेस सचिव और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के सूचना अधिकारी के तौर पर उनकी सेवाएं प्रमुख रहीं। उनके निधन पर उनके परिवार, सहयोगियों और प्रशंसकों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।

CBI में 13 वर्षों तक सेवा की और बने संगठन का 'चेहरा'
एस.एम. खान ने 1989 से 2002 तक CBI में सूचना अधिकारी के रूप में काम किया। यह एजेंसी के इतिहास में सूचना अधिकारी का सबसे लंबा कार्यकाल था। अपने इस कार्यकाल के दौरान, उन्होंने बोफोर्स घोटाला, स्टॉक एक्सचेंज घोटाला और अन्य कई हाई-प्रोफाइल मामलों में मीडिया से संवाद किया। उनकी सटीक और पारदर्शी संचार शैली ने CBI की छवि को मजबूत बनाया। वह इन वर्षों के दौरान "CBI का चेहरा" कहे जाने लगे। उनकी जानकारी और निष्पक्षता ने न केवल एजेंसी की विश्वसनीयता को बढ़ाया, बल्कि मीडिया और जनसामान्य के बीच एजेंसी की छवि को भी सुधारने में मदद की।

डॉ. कलाम के प्रेस सचिव: राष्ट्रपति भवन में अहम भूमिका  
CBI में अपने कार्यकाल के बाद एस.एम. खान को 2002 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का प्रेस सचिव नियुक्त किया गया। इस भूमिका में उन्होंने राष्ट्रपति कलाम की विचारधारा और उनके "जनता के राष्ट्रपति" के व्यक्तित्व को जनता तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया। उन्होंने कलाम के प्रशासनिक और शैक्षिक दृष्टिकोण को देश और दुनिया के सामने प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। राष्ट्रपति भवन के इतिहास में यह एक ऐसा दौर था, जब जनता और राष्ट्रपति के बीच संवाद का नया अध्याय लिखा गया।

दूरदर्शन और शिक्षा क्षेत्र में योगदान
डॉ. कलाम का कार्यकाल समाप्त होने के बाद, एस.एम. खान ने दूरदर्शन में समाचार महानिदेशक के रूप में अपनी सेवाएं दीं। इस दौरान उन्होंने सरकारी प्रसारण सेवा को नई दिशा दी और इसे ज्यादा जनोन्मुखी बनाने का प्रयास किया। शिक्षा के क्षेत्र में भी उनका योगदान उल्लेखनीय रहा। उन्होंने जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर और निदेशक के तौर पर काम किया। यहां उन्होंने छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए और शैक्षणिक प्रशासन में नई ऊंचाइयां स्थापित कीं।

"पीपुल्स प्रेसिडेंट" पुस्तक और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लोकार्पण
अपने लंबे प्रशासनिक और सार्वजनिक सेवा के अनुभवों को साझा करते हुए, एस.एम. खान ने "पीपुल्स प्रेसिडेंट" नामक पुस्तक लिखी। यह पुस्तक पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन और उनके विचारों पर आधारित है। इस पुस्तक का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। यह पुस्तक डॉ. कलाम के सरल, सुलभ और प्रेरणादायक व्यक्तित्व को गहराई से समझने का एक जरिया है।

पैतृक गृहनगर में होंगे सुपुर्द ए खाक
एस.एम. खान का अंतिम संस्कार सोमवार दोपहर उनके पैतृक गृहनगर खुर्जा (बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश) में किया जाएगा। उनके परिवार में उनकी पत्नी और तीन बेटे हैं।

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