Dev Guru Vakri : देवगुरु बृहस्पति होंगे वक्री, इन राशियों की चमकेगी किस्मत

UPT | देवगुरु बृहस्पति एक वर्ष में राशि बदलते हैं

Sep 04, 2024 00:33

गुरु धनु और मीन राशि के स्वामी ग्रह हैं। ज्योतिषाचार्य बोल मोहन के अनुसार गुरु इस समय शुक्र की राशि में विराजमान हैंं।

Short Highlights
  • एक राशिचक्र पूरा करने में 12 साल लगाते हैं देव गुरु 
  • गुरु के वक्री होने पर कुछ राशियों को ​मिलेगा अच्छा लाभ 
  • ज्योतिषशास्त्र में देवगुरु को माना गया है शुभ ग्रह
Dev Guru Vakri : देवगुरु बृहस्पति को ज्योतिषशास्त्र में शुभ ग्रह माना जाता है। देवगुरु बृहस्पति एक वर्ष में राशि बदलते हैं। इस तरह से गुरु राशिचक्र का एक पूरा चक्कर लगाने में 12 वर्षों का समय लगाते हैं। गुरु धनु और मीन राशि के स्वामी ग्रह हैं। ज्योतिषाचार्य बोल मोहन के अनुसार गुरु इस समय शुक्र की राशि में विराजमान हैंं।

नौ अक्तूबर को देवगुरु बृहस्पति मिथुन राशि में वक्री
नौ अक्तूबर को देवगुरु बृहस्पति मिथुन राशि में वक्री होंगे। देवगुरु बृहस्पति के वक्री होने पर कुछ राशि के जातकों को अच्छा लाभ होगा। गुरु के वक्री होने पर कुछ राशि के जातकों को नौकरी में अच्छे मौके, व्यापार में मुनाफा मिलेगा। गुरु के वक्री होने पर निम्न राशि वालों को सबसे अधिक लाभ होगा। 

तुला राशि
तुला राशि के लिए गुरु का वक्री होना शुभ रहेगा। तुला के लिए गुरु आठवें भाव में वक्री होगा। जो बहुत भाग्यशाली साबित होगा। जो काम पिछले काफी समय से नहीं हो पा रहे थे वह अब आसानी के साथ पूरा होगा। इन कार्यों में सफलता मिलेगी। नौकरीपेशा जातकों को नई सफलताएं हासिल होंगी। जीवन में आ रही चुनौतियों का अंत होगा। धन लाभ के अवसर बनेंगे। 

मेष राशि 
मेष राशि के लिए गुरु दूसरे भाव में वक्री होंगे। कुंडली का दूसरा भाव धन का है। ऐसे में अचानक धन लाभ के योग हैं। नौकरीपेशा जातकों के लिए नई नौकरी के प्रस्ताव आएंगे। नौकरी में प्रमोशन और वेतन में बढ़ोतरी का योग है। सेहत अच्छा रहेगी। पारिवारिक सुखों की प्राप्ति होगी। जीवनसाथी के साथ संबंध अच्छे होंगे। 

सिंह राशि 
सिंह राशि वालों के लिए गुरु दसवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं। यह लाभकारी साबित होगा। जीवन में आ रही रुकावटें दूर होंगी। काम में सफलता मिलेगी। जिसमें अच्छा लाभ होगा। आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। शुभ समाचार प्राप्त होगा। व्यापार में अच्छा मुनाफा होगा।

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