बदलता उत्तर प्रदेश : गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे देगा दो औद्योगिक शहरों के विकास को नई दिशा

फ़ाइल फोटो | गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे

Oct 28, 2024 09:50

गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की शुरुआत हो चुकी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इसे 2026 तक पूरा करने की योजना है।

Short Highlights
  • 380 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण तेज
  • गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे से जुड़ेेंगे प्रदेश के नौ जिले
  • सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्टस में शामिल एक्सप्रेसवे
Ghaziabad-Kanpur Expressway : तेजी से बढ़ते एक्सप्रेसवे नेटवर्क में एक और प्रोजेक्ट जुड़ने जा रहा है। ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के नाम से बनने वाला गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे, गाजियाबाद से कानपुर के बीच सफर का आसान करेगा। गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे के बनने से प्रदेश के दो प्रमुख औद्योगिक महानगरों के बीच यातायात का बेहतर तालमेल होगा। इस एक्सप्रेसवे के माध्यम से न केवल यात्रा आसान होगी, बल्कि इससे जुड़ने वाले जिलों को विकास की नई राह मिलेगी।

गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे 380 किलोमीट लंबा
गाजियाबाद से कानपुर के बीच बनने वाला गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे 380 किलोमीटर लंबा होगा। गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे को ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे नाम दिया गया है। गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे के बनने से गाजियाबाद से कानपुर के बीच की दूरी काफी हद तक कम समय में पूरी हो सकेगी। फिलहाल, दिल्ली-गाजियाबाद से कानपुर की यात्रा में जहां सात से आठ घंटे का समय लगता है। वहीं, गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे के बनने के बाद यह दूरी महज 4 से 5 घंटे के बीच पूरी होगी।

एक्सप्रेसवे से जुड़ेंगे ये नौ जिले
गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे से गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव, और कानपुर जैसे प्रमुख जिले जुड़ेंगे। इससे न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि इन जिलों में औद्योगिक गतिविधियों को भी बल मिलेगा। गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे की योजना में उद्योगों के लिए विशेष क्षेत्र चिन्हित किए जा रहे हैं। जिससे क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिल सके।

गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे एक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट
गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है, जिसका प्रारंभिक निर्माण चार लेन का होगा। लेकिन भविष्य में इसे छह लेन तक विस्तारित किया जा सकेगा। इसकी खास बात यह है कि यह एक्सप्रेसवे भविष्य में नोएडा के जेवर एयरपोर्ट से भी जुड़ सकता है। जिससे कानपुर की कनेक्टिविटी और भी सशक्त हो जाएगी।

बेहतर होगा यातायात प्रबंधन
यह एक्सप्रेसवे उत्तर में एनएच-9 (गाजियाबाद-हापुड़ हाइवे) से जुड़ेगा और दक्षिण में कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ कनेक्ट होगा। पहले इस प्रोजेक्ट को हापुड़ से कानपुर तक बनाने की योजना थी। लेकिन अब हापुड़ से मेरठ एक्सप्रेसवे को जोड़ने के लिए 60 किलोमीटर लंबे कनेक्टर रोड का निर्माण किया जाएगा। जिससे हापुड़ और मेरठ दोनों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।

2026 तक पूरा होने की उम्मीद
गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य की शुरुआत हो चुकी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इसे 2026 तक पूरा करने की योजना है। एक्सप्रेसवे के बन जाने से दिल्ली-एनसीआर से कानपुर के अलावा यूपी के अन्य शहरों तक की पहुंच सरल हो जाएगी। इस मामले में एनएचएआई के एनसीआर प्रबंधक अशफाक अहमद ने बताया कि जल्द ही गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य गति पकड़ेगा। इससे दो व्यापारिक शहरों के बीच यातायात व्यवस्था सुदृण होगी।  

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