सावन के दूसरे सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04.17 मिनट से लेकर 04. 59 तक रहेगा।
Short Highlights
सावन के सोमवार की पूजा का है विशेष महत्व
शिव की विधिवत पूजा करने से मनचाही इच्छा पूरी होती है
सोमवार पूजा का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से
Sawan Ka Dusra Somvar Puja : हिंदू धर्म में सावन माह का विशेष महत्व है। सावन माह को शिव की पूजा के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना गया है। सावन माह में पड़ने वाली तिथियों और व्रतों को सुख-सौभाग्य का कारक माना है। पंडित्त शिव मोहन शाडिल्य के अनुसार भगवान शिव को सावन माह बेहद प्रिय है। सावन माह में शिव की कृपा पाने के लिए विधि—विधान से पूजा करने से मनचाही इच्छा पूरी होती है। धार्मिक मान्यता के है कि सावन में जो भक्त सच्चे मन से शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना और व्रत करते हैं। उनको भगवान शिव का सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है और महादेव प्रसन्न होते हैं।
सावन माह में पांच सोमवार
सावन माह की शुरुआत हो गई है। सावन माह का समापन 19 अगस्त को होगा। इस बार सावन माह में पांच सोमवार हैं। जिसके कारण इस बार सावन माह और अधिक महत्वपूर्ण माना गया है। सावन माह का पहला सोमवार 22 जुलाई को था। अब सावन का दूसरा सोमवार कल 29 जुलाई को होगा। सावन का दूसरा सोमवार पर भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त क्या है। जाने विस्तार से।
सावन का दूसरा सोमवार में मुहूर्त और योग
सावन माह का दूसरा सोमवार 29 जुलाई 2024 को यानी कल है। सावन माह के दूसरे सोमवार को कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि सुबह से लेकर शाम 05.55 मिनट तक रहेगा। उसके बाद षष्ठी तिथि शुरू हो जाएगी। सावन माह के दूसरे सोमवार पर भरणी नक्षत्र, कृत्तिका नक्षत्र रहेगा। इस दिन गण्ड योग, वृद्धि योग लग रहा है। सावन के दूसरे सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04.17 मिनट से लेकर 04. 59 तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.00 बजे से लेकर 12.55 मिनट तक होगा। सावन के दूसरे सोमवार को अमृत काल का समय सुबह 06.17 मिनट से सुबह 07.50 तक है।
सावन दूसरा सोमवार कालसर्प दोष पूजा समय
सावन मास के दूसरे सोमवार को कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए राहुकाल में पूजा करना शुभ माना है। सावन के दूसरे सोमवार पर राहुकाल का समय सुबह 07.23 मिनट से सुबह 09.04 मिनट तक रहेगा।