ग्रीन टेक्नोलॉजी की शुरुआत : फैक्टरियों को अपनाना होगा दोहरा इंजन सिस्टम, वायु प्रदूषण पर लगेगी रोक

UPT | Hapur

Sep 15, 2024 15:25

जिले की सभी फैक्टरियों को अब दोहरी इंजन किट और रेट्रोफिट एमिशन कंट्रोल डिवाइस (आरईसीडी) लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। लगभग तीन सौ फैक्टरियों के संचालकों को यह निर्देश दिया गया है...

Short Highlights
  • हापुड़ में वायु प्रदूषण से निपटने की पहल
  • फैक्टरियों में दोहरी इंजन किट और आरईसीडी लगाना अनिवार्य
  • 300 फैक्टरियों को दिए गए निर्देश
Hapur News : हापुड़ जिले में प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नए आदेश के तहत, जिले की सभी फैक्टरियों को अब दोहरी इंजन किट और रेट्रोफिट एमिशन कंट्रोल डिवाइस (आरईसीडी) लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। लगभग तीन सौ फैक्टरियों के संचालकों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपने जनरेटर और बॉयलर पर ये उपकरण लगाएं।

वायु प्रदूषण से निपटने के लिए उठाया गया कदम
दरअसल, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में हर साल दीपावली के आसपास वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन जाता है, जिसकी मुख्य वजह फैक्टरियों से निकलने वाला जहरीला धुआं होता है। इस धुएं के कारण लोगों में सांस की बीमारियां और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं। लोगों की सेहत को सुरक्षित रखने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने एडवाइजरी जारी की है, जिसमें फैक्टरी के जनरेटर और बॉयलर पर इन नए उपकरणों को लगाने की बात की गई है।



दोहरी इंजन किट का उपयोग 
दोहरी इंजन किट का उपयोग डीजल इंजन को प्राकृतिक गैस से चलाने में किया जाता है। इस किट से इंजन को अपग्रेड करना आसान होता है और इसकी लागत भी नए इंजन की तुलना में कम होती है। यह किट इंजन को डीजल और प्राकृतिक गैस दोनों से चलाने की सुविधा देती है, जिससे मौजूदा इंजन में केवल न्यूनतम बदलाव की जरूरत होती है। 

वायु गुणवत्ता में होगा सुधार
वहीं, रेट्रोफिट एमिशन कंट्रोल डिवाइस वायु गुणवत्ता में सुधार करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह डिवाइस हवा में मौजूद कण पदार्थ और कार्बन को प्रभावी तरीके से पकड़ने में सक्षम है। आरईसीडी को फिल्टरलेस तकनीक और इलेक्ट्रोस्टैटिक वर्षा के सिद्धांत पर आधारित बनाया गया है, जो डीजल इंजन और जनरेटर सेट के लिए उपयुक्त है।

बिना किट और डिवाइस के संचालन संभव नहीं
इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक अभियंता विपुल कुमार ने कहा कि फैक्टरियों में जनरेटर का संचालन अब बिना इन किट और डिवाइस के संभव नहीं होगा। यह निर्देश सभी संचालकों के लिए अनिवार्य है ताकि वायु प्रदूषण को कम किया जा सके और लोगों की स्वास्थ्य रक्षा की जा सके।

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