आज सुबह औघडनाथ मंदिर में औघडदानी बाबा का श्रृंगार और आरती हुई। उसके बाद मंदिर कपाट दर्शन पूजन के लिए खोल दिए गए।
Short Highlights
डीएम और एसएसपी सुबह से जांच रहे सुरक्षा व्यवस्था
मंदिर के बाहर एक किलोमीटर लंबी लाइन लगी
मेरठ के अन्य शिवमंदिरों में भी भक्तों की भीड़
Sawan Shivratri 2024: मेरठ में आज शिवरात्रि पर मेरठ के शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं और कांवड़ियों की भीड़ है। प्रसिद्ध औघडनाथ मंदिर में तड़के तीन बजे से शिवभक्त श्रद्धालुगण पूजा अर्चना के लिए लाइन में लगे हैं। औघडनाथ मंदिर के बाहर एक किमी लंबी लाइन में शिवभक्त अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। शिवरात्रि पर आज सुबह औघडनाथ मंदिर में औघडदानी बाबा का श्रृंगार और आरती हुई। उसके बाद मंदिर कपाट दर्शन पूजन के लिए खोल दिए गए। इस बार मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था काफी पुख्ता है। शिव भक्तों की सुविधा के लिए जगह-जगह मंदिर समिति के कार्यकर्ता और वालिंटियर्स तैनात किए गए हैं।
डीएम और एसएसपी पहुंचे मंदिर
मेरठ डीएम दीपक मीणा और एसएसपी डॉक्टर विपिन टाडा भी औघड़नाथ मंदिर पहुंचे और उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान अधिकारियों ने तैनात सुरक्षाकर्मियों को विशेष हिदायतें भी दीं। भोलेनाथ को समर्पित सावन का महीना बेहद पवित्र माना जाता है। सावन माह में पड़ने वाली शिवरात्रि का विशेष महत्व है। सावन शिवरात्रि तिथि पर विधि अनुसार भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। आज शुक्रवार सावन की शिवरात्रि मनाई जा रही है।
भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की इच्छाएं पूरी हो जाती हैं
मान्यताओं के अनुसार, सावन शिवरात्रि पर जो शिव भक्त सच्चे मन से भगवान शिव एवं शिव परिवार की पूजा करता है उसके कष्ट दूर होते हैं। इसके साथ कहा जाता है कि सावन शिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों की इच्छाएं पूरी हो जाती हैं। शनिवार को सावन मास की शिवरात्रि पर मेरठ के लगभग हर शिव मंदिर में सुबह से शिव भक्तों का तांता लगा है। शिव भक्तों ने भगवान भोलेनाथ की विधि विधान से पूजा की। शिव भक्तों ने शिवलिंग पर जल, दूध, भांग, धतूरे, फूल-फल इत्यादि चढ़ाकर भक्त भगवान शिव की आराधना की।
हिंदू पंचांग में साल में 12 शिवरात्रि होती हैं
पंडित मूलचंद्र ने बताया कि हिंदू पंचांग में साल में 12 शिवरात्रि होती हैं, लेकिन इनमें से दो शिवरात्रि को खास महत्व दिया जाता है। जिनमें एक सावन की शिवरात्रि और दूसरी फाल्गुन की शिवरात्रि होती है। सावन शिवरात्रि के दिन विधि-विधान से शिव की पूजा की जाती है। मेरठ में सदर स्थित विल्वेश्वर महादेव मंदिर, स्वयं भू मंदिर के अलावा अन्य मंदिरों में शिव भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है।